पौष मास की अंतिम तिथि पूर्णिमा आज है। पौष पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। इस दिन पवित्र नदियों में संगम में स्नान व दान करने से पुण्य मिलता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता चली आ रही है। पौष पूर्णिमा से ही कल्पवास शुरू हो जाता है जो पूरे 1 महीने चलता है। कल्पवासी पूरे मास मोक्ष की कामना करते हैं और इसके लिए वे व्रत दान इत्यादि करते हैं। यह परंपरा आदि काल से चली आ रही है। आज पौष पूर्णिमा के दिन एक विशेष संयोग भी है। आज गुरु पुष्य नक्षत्र भी है। इसके अलावा सर्वार्थसिद्धि योग बनने से भी आज के दिन का महत्व और बढ़ जाता है। पौष पूर्णिमा के दिन संगम में नदियों में बनारस प्रयाग में भी लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है स्नान के लिए।
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