मुख्यमंत्री ने आज ‘‘छेरछेरा, छेर बरक दिन छेरछेरा, माई कोठी के धान ला हेरहेरा’’ कहते हुए जब कांकेर में पुराना बस स्टैण्ड से मस्जिद तक दुकानों और घरों में छेरछेरा का दान मांगा, तो लोगों ने टोकरी, सूपा और बोरी में भर-भरकर, मुख्यमंत्री को तुला में तौलकर उनके वजन के बराकर अन्नदान किये। कांकेर के मुख्य मार्ग पर छेरछेरा मांग रहे मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत करते हुए नागरिकों ने खुले मन से अन्न दान किये। लोगों ने फल, सब्जियां, छत्तीसगढ़ी व्यंजन भी दान में दिए। मुख्यमंत्री को छेरछेरा से प्राप्त अन्न का सुपोषण योजना के लिए और राशि का अस्पताल में उपयोग किया जाएगा।
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