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मड़ई मेला के माध्यम से हो रहा छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सहेजने का काम : मंत्री डॉ. डहरिया

डॉ. शिवकुमार डहरिया आरंग विकासखण्ड़ के ग्राम बोरिद में आयोजित मड़ई मेला और विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मड़ई मेला के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सहेजने का काम हो रहा है। राज्य की सरकार भी छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परम्परा को सहेजने का काम कर रही है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ यहा के तीज-त्यौहारों में शासकीय अवकाश देने की शुरूआत की गई है। नौकरी में भी स्थानीय लोगों को अवसर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव में मड़ई मेला खुशियों का त्यौहार है। गांव के लोग आपसी-भाईचारें के बीच इस मेले को आयोजित कर मनाते हैं। इस तरह का आयोजन गांव में होता रहे और आप सभी सुख-शांति से सद्भावनापूर्वक रहे यहीं कामना है।
  मंत्री डॉ. डहरिया ने बोरिद में शाला भवन के अतिरिक्त सभाकक्ष एवं अन्य कार्य का उद्घाटन किया। उन्होंने गांव में सीसी रोड़, अहाता निर्माण के लिए राशि देने की घोषणा भी की। बोरिद की सभा में उन्होंने कहा कि हमारे किसान ही इस प्रदेश और देश की नींव और अर्थव्यवस्था है।  किसान मजबूत होंगे तो गांव और प्रदेश मजबूत होगा, देश मजबूत होगा। इसलिए सरकार द्वारा सबसे पहले सभी किसानों का कर्ज माफ करने के साथ 2500 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य से धान की खरीदी शुरू की। छत्तीसगढ़ राज्य धान को सबसे अधिक समर्थन मूल्य में खरीदने वाली देश की पहली सरकार है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी इसी कीमत में ही धान की खरीदी होगी और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से जो भी अंतर राशि होगी उसका किसानों को भुगतान किया जाएगा। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि किसानों के साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
     उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में विकास के कार्य किए जा रहे हैं। बिजली बिल भी हाफ किया गया है। स्थानीय बेरोजगारों की भर्ती भी शुरू कर दी गई है। 36 में से 24 वादे पूरे कर दिए गए हैं, जल्दी ही शेष वादों को भी पूरा कर दिया जायेगा। सभा को जनपद अध्यक्ष श्री खिलेश देवांगन, सरपंच श्री गौतम चंद्राकर, कोमल साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया। इस दौरान श्री केशरी मोहन साहू, श्री डोमेन्द्र साहू, पुन्नी बाई चंद्राकर आदि उपस्थित थे।

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