अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान उस वक्त सदन का माहौल गरमा गया, जब विपक्षी विधायक सत्ता पक्ष पर अपमान का आरोप लगाते हुए गर्भगृह पहुंच गये। कर्जमाफी के मुद्दे पर सत्ता पक्ष पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए भाजपा ने वाकआउट कर दिया, लेकिन वाकआउट के बाद जैसे विपक्ष सदन में वापस लौटा, तो सत्ता पक्ष के विधायकों ने जोरदार ठहाका लगा दिया।
सत्ता पक्ष को ठहाका लगाते देख विपक्ष विफर गया। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा हमारा अपमान किया जा रहा। उसके बाद बृजमोहन गर्भगृह में घुस आए, उनके पीछे बाकी विधायक भी वेल में आ गये और नारेबाजी करने लगे।
उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित तमाम विधायक वेल में बैठकर नारेबाजी करने लगे। बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर ने इस दौरान तीखे तेवर दिखाए। हालांकि संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने इस दौरान बृजमोहन को समझाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने।
सत्यनारायण शर्मा से बृजमोहन अग्रवाल ने तीखे शब्दों में कहा शिव डहरिया ने हमारा मजाक उड़ाया है। क्या हम बुद्धू हैं। वेल में बैठे विपक्षी विधायकों पर मंत्री कवासी लखमा ने चुटकी लेते हुए कहा कि डॉ रमन सिंह 15 साल बाद पहली बार नीचे बैठे हैं।
इस बात पर रमन सिंह ने अपने चिर परिचित अंदाज में हल्की सी मुस्कान दी, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया। बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व परंपरा के मुताबिक गर्भगृह में बैठे सभी विधायकों को निलंबित कर दिया। इसके बाद भी भाजपा विधायक गर्भगृह में नारेबाजी करते रहे।
फाइलों से थोड़ी धूल हटाई तो चीख पुकार शुरू हो गई : भूपेश
अनुपूरक बजट में चर्चा के दौरान सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रमुख विपक्षी दल भाजपा को जमकर आड़े हाथ लिय। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्यों की बात गंभीरता से सुन रहा था। मुझे लगा था, कुछ पश्चाताप में होंगे, लेकिन इनके तेवर वैसे ही हैं। डॉ रमन सिंह उसी तेवर में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभी तो हमने आपकी फाइल खोली है। बहुत धूल जमी है। थोड़ी सी धूल हटाई है और खूब चीख पुकार शुरू हो गई।
पेश ने आगे कहा, मैं ये सुनकर दंग रह गया कि एक मीडिया कैसे 15 चैनल का नियंत्रण कर रहा था और उसके एवज में जनसम्पर्क विभाग से करोड़ों रुपए वसूल रहा था। आप जनसम्पर्क के माध्यम से मीडिया की मॉनिटरिंग कर रहे थे। जनसंपर्क के पैसे से स्टिंग ऑपरेशन करा रहे थे।
सबको विश्वास में लेकर करेंगे शराबबंदी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा हम कोई जुमलेबाज नहीं है। जुमलेबाजी आपके नेता करते हैं। हम किसानों, गरीबों के लिए काम करने आए हैं। खदानों का स्टाम्प ड्यूटी माफ करने नहीं आए हैं। सीएम भूपेश शराब के मामले में पूर्ववर्ती रमन सरकार की नीतियों को लेकर जमकर बरसे।
उन्होंने कहा कि आप 20 दिनों में मुझसे शराबबंदी के बारे में पूछ रहे हैं, लेकिन इसी विधानसभा में 1500 करोड़ रुपए की कमीशनखोरी की बात हो रही थी। शराबबंदी को लेकर आपने कमेटी बनाई। अध्ययन दल भेजा और क्या रिपोर्ट आई कि काउंटर बढ़ाएंगे। हम शराबबंदी करेंगे, सबको विश्वास में लेकर, जनजागरण करके करेंगे। अभी दुकानों में मिल रहा है। ऐसा नहीं चाहते कि घर-घर बिके।
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