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तेंदुलकर के पोस्टर पर कोंग्रेसियों ने फेका काला तेल पर रिहाना का बचाव

नई दिल्ली: मंगलवार रात पॉप स्टार रिहाना ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसके जवाब में पूरा भारत एक साथ खड़ा हुआ दिखाई दिया। इस ट्वीट के खिलाफ क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने #IndiaTogether और #IndiaAgainstPropoganda हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए एक ट्वीट किया लेकिन तेंदुलकर के ट्वीट से कुछ लोग नाराज हो गए।

सचिन तेंदुलकर के ट्वीट से नाराज केरल में भारतीय युवा कांग्रेस के सदस्यों ने कोच्चि में उनके कट-आउट पर काला तेल डाला। बता दें कि सचिन ने अपने ट्वीट में लिखा था, “भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है। बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं। भारतीय भारत को जानते हैं और भारत के लिए फैसला करना चाहिए। आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें।”

बता दें, पॉप स्टार रिहाना और किशोर जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग के अलावा भी कई इंटरनेशनल हस्तियों ने भारत में चल रहे किसान विरोध के प्रति अपना समर्थन दिखाया है। इस मामले में विदेश मंत्रालय ने कहा प्रदर्शन के बारे में जल्दबाजी में टिप्पणी से पहले तथ्यों की जांच-परख की जानी चाहिए और सोशल मीडिया पर हैशटैग तथा सनसनीखेज टिप्पणियों की ललक न तो सही है और न ही जिम्मेदाराना है।

मंत्रालय ने कहा है कि कुछ निहित स्वार्थी समूह प्रदर्शनों पर अपना एजेंडा थोपने का प्रयास कर रहे हैं और संसद में पूरी चर्चा के बाद पारित कृषि सुधारों के बारे में देश के कुछ हिस्सों में किसानों के बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं।

कोलकाता : पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी शुक्रवार को सचिन तेंडुलकर के ट्वीट पर बौखला गये. उन्होंने अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना के खिलाफ हिंदुस्तान की मशहूर शख्सीयतों के पलटवार पर उन्हें नसीहत दे डाली.

किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया पर रिहाना समेत दुनिया भर की अन्य मशहूर हस्तियों के विरोध में हिंदुस्तान की शख्सीयतों ने ट्वीट करना शुरू किया, तो अधीर ने इसे गैरवाजिब बताया. उन्होंने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को आड़े हाथ लिया.

अधीर रंजन ने कहा कि आज लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं. यह किसी पार्टी के लोग नहीं हैं. सचिन तेंडुलकर जब देश की तरफ से खेलते हुए छक्का मारते थे, जब शतक लगाते थे, तब यह किसान खुश होते थे. सचिन जब किसी मैच में नाकाम रहते थे, तब यही किसान दुखी हो जाते थे. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैं भी सचिन का फैन हूं. लेकिन, मैं उन्हें यह सलाह देना चाहता हूं कि वे सरकार की साजिश में न फंसें, तो बेहतर है.’

कांग्रेस नेता ने कहा कि सचिन को आइना के सामने खड़े होकर खुद से यह पूछना चाहिए कि हिंदुस्तान में जब कोई दिल दहला देने वाली घटना होती है, तब वह चुप्पी क्यों साध लेते हैं? दंगे के बारे में दुख क्यों नहीं हुआ? एनआरसी पर कभी विचार क्यों नहीं रखा? 20 सैनिकों की चीन ने हत्या कर दी, तब ट्वीट क्यों नहीं किया?

ग्रेटा जैसी बच्ची से भारत क्यों डर रहा है?

कांग्रेस नेता ने कहा कि बहुत सारे लोग यह कह रहे हैं कि किसान आंदोलन हमारा आंतरिक मामला है. इसमें विदेशी हस्तियों को दखल नहीं देना चाहिए. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब हमारी सरकार की तरफ से अमेरिका में जाकर अबकी बार ट्रंप सरकार का नारा लगाया गया था, तब क्या वो दूसरे देश के आंतरिक मामले में दखलंदाजी नहीं थी? हम ग्रेटा जैसी बच्ची से क्यों डर रहे हैं? सरकार अपने को इतना कमजोर क्यों समझ रही है?

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मैं उन सभी कलाकारों व क्रिकेटरों का सम्मान करता हूं, जिन्होंने ग्रेटा के खिलाफ ट्वीट किया है, लेकिन साथ ही यह भी कहना चाहता हूं कि सच को सच कहो. गलत को गलत कहो. नहीं, तो आपके फैंस को तकलीफ होगी.