छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने मिलकर राजधानी के थोक इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट को शहर के बाहर बसाने की पहल की है। एक निश्चित स्थान इलेक्ट्रॉनिक थोक बाजार को समेटने के लिए चेंबर पदाधिकारियों के साथ में इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के व्यवसायियों ने रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान व्यवसायियों ने 106 दुकानों के लिए 5 करोड रुपए के चेक सौपे है।
इस योजना को हम न सिर्फ राजधानी रायपुर में बल्कि प्रदेश के तमाम बड़े शहरों में भी ले जाएंगे जिससे दूसरे प्रदेश या फिर आसपास से पहुंचने वाले कारोबारियों को एक ही स्थान पर सब कुछ मिल सकें।” इस मौके पर चेंबर चेयरमेन योगेश अग्रवाल, राधाकिशन सुंदरानी, राजेश वासवानी, निकेश बरडिया, विनय बजाज, सुदेश मन्ध्यान सहित इलेक्ट्रॉनिक मार्केट से एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र तलरेजा, मनोहर वाधवानी, सुमित मेघानी उपस्थित थे। गौरतलब है कि चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने इसके पहले भी शहर के अंदर अनाज, जूते चप्पल, तेल, गुड़ समेत कई व्यवसाय के थोक बाजार को डूमरतराई में शिफ्ट कराया है। जिसकी सफलता और व्यवस्थित संचालन के बाद बाकी व्यवसायों को शिफ्ट करने की तैयारी की गई।
डूमरतराई थोक बाजार में थोक व्यवास की इस शिफ्टिंग के लिए चेंबर के तत्कालीन पदाधिकारी श्रीचंद सुंदरानी और जितेंद्र बरलोटा ने भी सफल प्रयास किए थे।बता दें इन दुकानों में शहर के अंदर संचालित तमाम थोक व्यवसायों को शिफ्ट किया जाएगा। जिसमें ट्रांसपोर्ट एसोशिएशन ने 100 दूकान, आरडीए बिल्डिंग के 70 दुकानें समेत विभिन्न एसोशिएशन ने अपनी सहमति दी है। इसके आलावा अन्य थोक व्यवसाइयों को भी एक स्थान पर समेटने के लिए चेंबर पदाधिकारी उनसे चर्चा कर रहे है। आरडीए द्वारा दी जा रही इन दुकानों की खास बात यह है कि यहां जो दुकान व्यापारियों को दी जा रही है, वह किसी प्रकार से लीज पर नहीं है। ना ही उसका कोई भू-भाटक उनसे लिया जाएगा। इन दुकानों की सीधे रजिस्ट्री रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा व्यवपारियों के नाम की जाएंगी। जिसके बाद इनका मालिकाना हक दुकान पर होगा।
More Stories
राजधानी के अस्पतालों में बड़ी उथल-पुथल: ना सर्जन, ना ऑपरेशन टीम, विचारधारा के बीच पेट दर्द के मरीज की अस्पताल में सर्जरी, जिंदगी और मौत के बीच डॉक्टरी जारी
शादी का सौदागर नाबालिग से की गई डकैती, घटना को अंतिम दोस्त के साथ लिया, अब दोनों बंधकों के पीछे…
फ़र्ज़ी कस्टमर केयर नंबर और फ़र्ज़ी साइट से हो रही धोखाधड़ी, आईजी गर्ग ने Google को लिखित पत्र दिया