13 फरवरी (वार्ता) लोकसभा में आज मांग की गयी कि पेट्रोलियम पदार्थों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए ताकि जनता को आसमान छूती कीमतों से राहत मिल सके।
भाजपा के सदस्य अप्पा बरणे ने शून्यकाल में कहा कि देश में पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें आसमान छू रहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में जब कच्चे तेल की कीमत 110 डॉलर प्रति बैरल थी, तब भी देश में पेट्रोल 65 रुपए के भाव पर बिकता था लेकिन आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें बहुत कम हैं लेकिन देश में पेट्रोल एवं डीजल के दाम 90 रुपए से ऊपर और कहीं कहीं सौ रुपए तक पहुंच गये हैं जिससे आम आदमी की जिन्दगी कठिन हो गयी है।
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