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उर्मिला मीतडकर ने बोला हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल पर हमला, ये कारण है

मुंबई: दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर पिछले कुछ महीनों से तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान बैठे हैं। हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के बारे में एक विवादित बयान दिया था। अब दलाल पर बॉलीवुड एक्ट्रेस और कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके उर्मिला उर्मिला मद्यदकर (उर्मिला मातोंडकर) ने हमला बोला।दरसी जेपी दलाल ने शनिवार को कहा था कि वे (किसान) घर में रहते हैं तब तक उनकी मौत भी हो जाती है। कथित तौर पर दो सौ किसानों की मौत के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में दलाल ने यह बयान दिया था। उनके इसी कथन को लेकर उर्मिला मद्यदकर ने एक ट्वीट किया। उर्मिला मीतडकर ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘जो लोग किसानो को खालिस्तानी और देशद्रोही कहते हैं। उनके हरियाणा के कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल जी के इस बेहद शर्मनाक और असंवेदनशील बयान पर क्या कहना है? “उर्मिला मद्यदकर के इस ट्वीट पर खुशनसीब आ रहे हैं। सबता दें कि उर्मिला मित्सडकर से पहले उमासी पन्नू ने भी जेपी दलाल पर निशाना साधा। था.पत्रकारों ने जब जेपी दलाल से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान कथित तौर पर 200 किसानों की मौत के बारे में सवाल पूछा, तो उन्होंने तपाक से जवाब दिया ‘अगर ये घर पर होते तो न मरते क्या’। उन्होंने आगे कहा। आंदोलन के दौरान तमाम किसान हार्ट अटैक, फू और ऐसे ही अन्य वजहों से मरे।कृषि मंत्री जेपी दलाल के मुताबिक, देश में अगर औसतन मौतों का मिलान यहां आंदोलन कर रहे किसानों की संख्या से कर लिया जाए तो सारी बात सामने आ जाएगी। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि किसान आंदोलन में मारे गए लोगों के प्रति क्या उनकी संवेदना नहीं है तो उन्होंने कहा कि देश के पूरे 135 करोड़ लोगों के प्रति उनकी संवेदनाएं हैं। उन्होंने लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना होने की बात भी कह दी। ।