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उत्‍तर प्रदेश में कांग्रेस की जमीनी सच्‍चाई जानने के लिए अब फील्ड में निकलेंगी प्रियंका गांधी

कांग्रेस के अच्छे दिन लाने के लिए महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चार दिन के भीतर नब्बे से अधिक बैठकों के जरिये जो माहौल बनाया उसको कायम रखने की कोशिशें तेज होंगी। इस माह के अंत में संसदीय क्षेत्रों के दौरों में प्रियंका जमीनी सच्चाई परखने निकलेंगी। प्रियंका पूर्वी जिलों में और सिंधिया पश्चिम के जिलों में दौरे पर निकलेंगे।

बैठकों में प्रमुख नेताओं से लिए गए फीड बैक के आधार पर रणनीति तैयार होगी। लखनऊ प्रवास में प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जिला व शहर अध्यक्षों के अलावा प्रमुख नेताओं और जनप्रतिनिधियों से बैठकों में संगठन की वास्तविकता जानी। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी ने पहले ही दौरे में स्पष्ट कर दिया है कि संगठन में अव केवल वह ही चल पाएगा, जो पसीना बहाएगा और एयरकंडीशन कमरों से निकल आम जनता की समस्याओं के समाधान को संघर्ष करेगा।

बड़े स्तर पर होगी छंटनी

विभिन्न क्षेत्रों से आए कांग्रेसियों की संगठन से संबंधित शिकायतें सुनने के बार प्रियंका गांधी ने भले ही लोकसभा चुनाव तक कोई बदलाव न करने का संकेत दिया हो परंतु यह तय है कि वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव नए संगठन के जरिये लड़ा जाएगा। भारी भरकम कमेटियों के गठन की विरोधी प्रियंका का कहना था कि छोटी कमेटी गठित की जाएगी और केवल सक्रिय कार्यकर्ताओं को ही पद मिलेंगे। सूत्रों का कहना है कि 300 से अधिक पदाधिकारियों की प्रदेश कमेटी को काटछांट करके 70 से 80 तक ही समेट दिया जाएगा। बड़े स्तर पर कमेटी में छंटनी की आशंका से पदाधिकारियों में बेचैनी बढ़ी है।

हवा हवाई नेता होंगे किनारे

प्रियंका गांधी ने महासचिव पद का काम काज संभालने के बाद अपने पहले ही दौरे में लगातार 16 घंटे तड़के साढ़े पांच बजे तक बैठक कर जता दिया कि दफ्तरों में बैठकर केवल चकल्लस करने वालों के दिन अब लद जाएंगे। युवाओं व छात्रों की बैठक में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए पसीना बहाने वाले ही पार्टी में रह पाएंगे। एक पूर्व विधायक का कहना है कि चाटूकार व जेबी नेताओं ने ही पार्टी को गर्त में पहुंचाया है।

कार्यालय में पसरा सन्नाटा

चार-पांच दिन गुलजार रहे कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को सन्नाटा पसरा था। रात-दिन काम पर लगे रहे कर्मचारियों ने भी शुक्रवार को आराम किया। पुलवाना में हुए आंतकी हमले के विरोध में देर शाम कैंडल जुलूस निकाला गया परंतु गिनती के कार्यकर्ता ही शामिल हुए।