फिरोजाबादकोरोना की दूसरी लहर के बीच उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में कई लोगों की जान चली गई। कहीं अस्पतालों की लापरवाही देखने को मिली तो कहीं ऑक्सीजन और दवाओं के अभाव में लोगों की मौत हुईं। ऐसी स्थिति के बीच ब्लैक फंगस की शिकार हुई महिला के परिजनों ने जिला अस्पताल पर सवाल खड़े करते हुए मरीज को भर्ती कराने से इंकार कर दिया। अधिकारियों की सिफारिश और मिन्नतें भी काम नहीं आईं। 19 मई को हुई थी पुष्टिशहर के महावीर नगर निवासी महिला की तबयित खराब होने पर परिजन उसे जयपुर इलाज के लिए लेकर गए थे। जहां ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई थी। उसके बाद परिजन महिला को घर ले आए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बुखार की दवा घर भिजवाते रहे। परिजनों के मुताबिक महिला को ब्लैक फंगस हुआ लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा उसकी कोई दवा नहीं की गई। वापस लौटा दी एंबुलेंसबुधवार शाम स्वास्थ्य विभाग ने महिला की तबियत खराब होने की जानकारी मिलने पर एंबुलेंस को महिला के घर उन्हें लेने के लिए भेजा लेकिन परिजनों ने इंकार करते हुए उसे वापस कर दिया। जानकारी होने पर एसडीएम सदर राजेश कुमार वर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को मनाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। परिजनों का कहना था कि पहले अस्पताल में इस मर्ज की दवा का इंजेक्शन दिखाओ तब वह मरीज को अस्पताल में भर्ती कराएंगे। उन्हें जिला अस्पताल पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं रहा है। काफी देर चला मिन्नतों का दौरस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी परिजनों को मनाने का प्रयास किया लेकिन इसके बाद भी परिजन महिला को अस्पताल में भेजने को तैयार नहीं हुए। परिजनों का कहना था कि अस्पताल में मरीज की कोई देखभाल नहीं करता। इस मामले को लेकर एसडीएम राजेश वर्मा ने बताया कि काफी कोशिशों के बाद भी परिजन महिला को अस्पताल में भेजने को तैयार नहीं हुए।
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