Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

यूपी: फरार आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित, एडीजी ने किया एलान

मणिलाल पाटीदार आईपीएस
– फोटो : amar ujala

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

निलंबित फरार आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। यूपी के महोबा जिले में हत्या के लिए उकसाने के मामले में पाटीदार फरार चल रहे हैं। एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश ने 50 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये इनाम घोषित कर दिया है।लंबे समय से फरार चल रहे महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के एक लाख के इनामी होने के बाद अब एसटीएफ भी उनकी  तलाश में जुट गई है। एसटीएफ स्थानीय इकाई की दो टीमें राजस्थान के लिए रवाना हुई हैं। कुछ दिनों पहले ही पाटीदार पर दर्ज मुकदमों की विवेचना कर रही एसआईटी ने पाटीदार पर इनाम 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख करने की संस्तुति की थी। महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की वीडियो वायरल के बाद हुई संदिग्ध मौत की घटना से तत्कालीन एसपी पाटीदार विवादों में आ गए थे। मृतक के परिवारीजनों ने एसपी पर हत्या कराने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। हालांकि एसआईटी की जांच में मणिलाल को भ्रष्टाचार में लिप्त होने और इंद्रकांत को आत्महत्या के लिए मजबूर किए जाने का दोषी बताया गया। फिलहाल निलंबित होने और मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह फरार हैं। वह वर्ष 2014 बैच के आईपीएस हैं।पिछले साल उनके खिलाफ न्यायालय के आदेश की अवहेलना के आरोप में भी एक मुकदमा दर्ज किया गया था। उनके खिलाफ पूर्व में दर्ज केस की विवेचना कर रहे एसआईटी के विवेचक प्रयागराज एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने कुछ दिनों पहले ही पाटीदार पर इनाम बढ़ाने की संस्तुति करते हुए पत्र लिखा था। एक लाख का इनाम घोषित होने के बाद से पाटीदार की तलाश में एसटीएफ को भी लगा दिया गया। सीओ नवेंदु सिंह ने बताया कि एसटीएफ की दो टीमें राजस्थान के लिए रवाना कर दी गई हैं। यह टीमें राजस्थाना के डूंगरपुर जनपद के सरौंदा थाना सगवाड़ा स्थित उनके मूल निवास पर भी जाएगी।  
यह है मामला
क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को पिछले साल 8 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगी थी। करीब 5 दिन तक कानपुर के एक अस्पताल में इलाज के बाद उनकी 13 सितंबर को मौत हो गई। इससे पूर्व 7 सितंबर को इंद्रकांत ने एक वीडियो जारी कर पाटीदार पर संगीन आरोप लगाते हुए खुद की हत्या की आशंका जताई थी। आरोप लगाया था कि पाटीदार ने कारोबार करने के लिए 6 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। न देने पर हत्या कराने या जेल भेजने की धमकी दी थी। इंद्रकांत की मौत के बाद उनके भाई रविकांत ने महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार, कबरई थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर देवेंद्र व कांस्टेबल अरुण और दो अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
 

निलंबित फरार आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। यूपी के महोबा जिले में हत्या के लिए उकसाने के मामले में पाटीदार फरार चल रहे हैं। एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश ने 50 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये इनाम घोषित कर दिया है।

लंबे समय से फरार चल रहे महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के एक लाख के इनामी होने के बाद अब एसटीएफ भी उनकी  तलाश में जुट गई है। एसटीएफ स्थानीय इकाई की दो टीमें राजस्थान के लिए रवाना हुई हैं। कुछ दिनों पहले ही पाटीदार पर दर्ज मुकदमों की विवेचना कर रही एसआईटी ने पाटीदार पर इनाम 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख करने की संस्तुति की थी। 

महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की वीडियो वायरल के बाद हुई संदिग्ध मौत की घटना से तत्कालीन एसपी पाटीदार विवादों में आ गए थे। मृतक के परिवारीजनों ने एसपी पर हत्या कराने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। हालांकि एसआईटी की जांच में मणिलाल को भ्रष्टाचार में लिप्त होने और इंद्रकांत को आत्महत्या के लिए मजबूर किए जाने का दोषी बताया गया। फिलहाल निलंबित होने और मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह फरार हैं। वह वर्ष 2014 बैच के आईपीएस हैं।
पिछले साल उनके खिलाफ न्यायालय के आदेश की अवहेलना के आरोप में भी एक मुकदमा दर्ज किया गया था। उनके खिलाफ पूर्व में दर्ज केस की विवेचना कर रहे एसआईटी के विवेचक प्रयागराज एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने कुछ दिनों पहले ही पाटीदार पर इनाम बढ़ाने की संस्तुति करते हुए पत्र लिखा था। एक लाख का इनाम घोषित होने के बाद से पाटीदार की तलाश में एसटीएफ को भी लगा दिया गया। सीओ नवेंदु सिंह ने बताया कि एसटीएफ की दो टीमें राजस्थान के लिए रवाना कर दी गई हैं। यह टीमें राजस्थाना के डूंगरपुर जनपद के सरौंदा थाना सगवाड़ा स्थित उनके मूल निवास पर भी जाएगी। 
 
यह है मामला
क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को पिछले साल 8 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगी थी। करीब 5 दिन तक कानपुर के एक अस्पताल में इलाज के बाद उनकी 13 सितंबर को मौत हो गई। इससे पूर्व 7 सितंबर को इंद्रकांत ने एक वीडियो जारी कर पाटीदार पर संगीन आरोप लगाते हुए खुद की हत्या की आशंका जताई थी। आरोप लगाया था कि पाटीदार ने कारोबार करने के लिए 6 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। न देने पर हत्या कराने या जेल भेजने की धमकी दी थी। इंद्रकांत की मौत के बाद उनके भाई रविकांत ने महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार, कबरई थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर देवेंद्र व कांस्टेबल अरुण और दो अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।