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वर्चुअल पेशी में अंसारी की कोर्ट से अपील, जेल में उच्च श्रेणी की सुविधाएं हो मुहैया

मऊआर्म्स लाइसेंस से संबंधित गैंगस्टर ऐक्ट के मामले में आरोपी मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी की शुक्रवार को गैंगेस्टर कोर्ट में बांदा जेल में वर्चुअल पेशी हुई। करीब आधे घंटे तक चली इस पेशी में अंसारी ने कोर्ट से उच्च श्रेणी की सुविधा देने की गुहार लगाई। इस मामले में अंसारी के वकील दारोगा सिंह ने पहले कोर्ट में अर्जी लगाई हुई है।मुख्तार अंसारी के वकील दारोगा सिंह ने बताया कि बांदा जेल में उनके क्लाइंट को उच्च श्रेणी की सुविधा दिए जाने को लेकर उनकी तरफ से दी गई अर्जी पर अब अगली सुनवाई 17 जून को होगी। अंसारी के वकील ने बताया कि उनके क्लाइंट उच्च श्रेणी को सुविधा पाने के सभी मानकों को पूरा करते हैं।

उच्च श्रेणी की सुविधा पाने के लिए करदाता होना, वरिष्ठ नागरिक होने, ग्रेजुएट होना और किसी विशेष पद रहने की शर्त होती है। उनके क्लाइंट जेल मैन्युअल के आधार पर सभी शर्तों को पूरा करते हैं।वकील ने कहा कि अंसारी पिछले 25 सालों से निर्वाचित एमएलए हैं। ऐसे में उन्हें उच्च श्रेणी की सुविधा बांदा जेल में दी जानी चाहिए। इस मामले में कोर्ट ने बांदा जेल प्रशासन से अंसारी की अर्जी की सुनवाई करते हुए आख्या तलब की है। शुक्रवार को कोर्ट ने आदेश दिया कि जेल में उच्च श्रेणी की सुविधा प्रदान करने के लिए जो प्रार्थना पत्र लंबित है, उस पर सुनवाई के बाद आदेश पारित होगा।गैंगस्टर ऐक्ट के मामले में अब अगली सुनवाई 9 अगस्त को होनी है। मुख्तार अंसारी ने मऊ के विधायक के तौर पर अपने लेटर पैड पर अपने करीबी लोगों को आर्म्स लाइसेंस देने की पैरवी की थी। विवेचना में पता चला कि लाइसेंस पाने वाले कुछ लोगों ने अपना पता गलत लिखवाया था। इसी मामले में अंसारी और उसके करीबियों पर दक्षिण टोला थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। अंसारी पर गैंगेस्टर ऐक्ट के तहत मुकदमा भी कायम किया गया था। अंसारी वर्तमान में यूपी की बांदा जेल में बंद है और वहीं से उसकी वर्चुअल पेशी करवाई गई।