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बांग्लादेश के ढाका में प्रयागराज के छोरे ने भारत का बजाया डंका, 2 सिल्वर… 1 कांस्य जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में जीते

प्रयागराज
बांग्लादेश के ढाका में पांचवें सेंट्रल साउथ एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप का आयोजन 26 से 31 अक्टूबर 2021 तक किया गया था। इस चैंपियनशिप में भारतीय टीम में 4 खिलाड़ी शामिल थे। जिसमें से प्रयागराज के दो खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। प्रयागराज के प्रणब कुशवाहा ने भारत की तरफ से अपने खेल का जौहर दिखाते हुए जिमनास्टिक में दो रजत पदक के साथ एक कांस्य (Bronze) भारत के लिए जीता है। भारत को मेडल जिताने वाले प्रणव कुशवाहा मंगलवार को प्रयागराज पहुंचे तो उनके खिलाड़ी साथियों और परिवार ने माला फूल और ढोल नगाड़े के साथ रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया।

वैसे तो प्रयागराज का नाम रोशन करने वाले कई खिलाड़ी प्रयागराज को मिले, लेकिन को एक बार फिर से एक नए खिलाड़ी ने प्रयागराज का नाम पूरे भारत में रोशन किया है। प्रयागराज के धूमनगंज मुंडेरा के रहने वाले प्रकाश कुशवाहा के छोटे बेटे प्रणव कुशवाहा दसवीं के छात्र हैं, जो प्रयागराज के एक प्राइवेट स्कूल में जिमनास्टिक की प्रैक्टिस करते हैं। प्रणव बचपन से ही देश के लिए कुछ करना चाहते थे। इसके लिए प्रणव ने बड़ी मेहनत की और जिमनास्टिक खेल में कम समय में अच्छे खेल के बदौलत अपनी जगह बना ली। अच्छे खेल के चलते प्रणव कुशवाहा का सलेक्शन भारतीय टीम में किया गया और बांग्लादेश के ढाका में आयोजित पांचवें सेंट्रल साउथ एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर अपने अच्छे खेल के बदौलत देश के लिए कई मेडल हासिल किए।

भारत की तरफ से कई मेडल पाने वाले प्रणव कुशवाहा ने खेल जगत में भारत का नाम रोशन किया है। वही जब अपने वतन प्रणव वापस आए तो उनके गृह निवास प्रयागराज में भव्य स्वागत किया गया। इसके साथ ही कोच और स्कूल के साथियों से लेकर परिवार और जानने वालों ने सभी ने माला पहनाकर स्वागत किया।

ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीतने का सपनाप्रणव कुशवाहा के माता-पिता ने कहा कि हमारे बेटे ने यह मेडल जीतकर अपने देश के साथ प्रयागराज का भी नाम रोशन किया है और हमें उम्मीद है, हमारा बेटा एक दिन ओलंपिक खेल में देश के लिए मेडल जीतेगा। वहीं, प्रणव ने कहा कि मेरा सपना है कि भारत के लिए मैं ओलंपिक में अपने खेल का प्रदर्शन कर देश के लिए मेडल जीतकर एक बार फिर से प्रयागराज का नाम रोशन करूं। जिसके लिए मैं तैयारी में अभी से ही जुट जाऊंगा। प्रणव के कोच अंकित ने कहा हमें अपने खिलाड़ी से बहुत उम्मीदें थीं और इस खिलाड़ी ने भारत के नाम मेडल जीतकर हम लोगों का नाम रोशन किया है।