रक्त देकर किसी मरीज की जान बचे, ऐसे कार्य में ताजनगरी वाले भला किससे पीछे हैं। मानव सेवा के भाव वाले लोग 18 अप्रैल को फाउंडेशन के शिविर में रक्तदान कर सकते हैं। इस दिन आपका 75वें वर्ष में भी प्रवेश कर रहा है। रक्तदान शिविर कार्यालय, एसएन मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक और जिला अस्पताल ब्लड बैंक में लगेगा। यहां से एकत्रित रक्त को एनेमिक गर्भवती, कैंसर, थैलेसीमिया, लावारिस मरीज समेत अन्य के उपचार में उपयोग किया जाएगा। फाउंडेशन की ओर से रक्तदाताओं को प्रशस्तिपत्र भी दिया जाएगा।
बनते हैं नए ब्लड सेल
एसएन मेडिकल कॉलेज की ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभागाध्यक्ष डॉ. नीतू चौहान ने बताया कि रक्त देने के बाद शरीर में फ्लूड की पूर्ति 24 से 48 घंटे में हो जाती है। ब्लड सेल सात दिन में और आयरन की कमी तीन महीने में पूरी हो जाती है। रक्तदान करने से नए ब्लड सेल बनते हैं और आयरन के ओवर लोड से होने वाली बीमारियों का खतरा भी नहीं रहता है।
रक्तदान के लाभ
– स्वास्थ्य परीक्षण और रक्तचाप की जांच होती है।
– हीमोग्लोबिन और शरीर के ताप की जांच होती है।
– एचआईवी, हेपेटाइटिस बी-सी, सिफलिस, मलेरिया की जांच होती है।
– बोनमेरो बनने की दर बढ़ती है, खून के थक्के नहीं बनते हैं।
– नियमित रक्तदान से हृदयाघात का पांच फीसदी खतरा कम होता है।
ये लोग कर सकते हैं रक्तदान
– 18 से 60 साल की उम्र के लोग।
– 12.5 ग्राम डेसीलीटर से अधिक हीमोग्लोबिन वाले लोग
– 45 किलो से अधिक वजन वाले महिला-पुरुष।
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