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पंजाब में बिजली संकट : आप ने पिछली सरकारों पर आरोप लगाया

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 14 मई

आप ने आज राज्य में बिजली संकट के लिए पिछली कांग्रेस और अकाली-भाजपा सरकारों के फैसलों को जिम्मेदार ठहराया। आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने आरोप लगाया कि पारंपरिक दलों ने अपने फायदे के लिए राज्य के बिजली उत्पादन संसाधनों का इस्तेमाल किया और थर्मल पावर प्लांटों को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया।

कोई कमी नहीं

मांग को पूरा करने के लिए सीएम और बिजली मंत्री चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में कोई कमी नहीं होगी। आप प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग

कांग ने कहा कि लू ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिससे अप्रैल और मई में बिजली की मांग 40 से 45 फीसदी तक बढ़ गई है। “सीएम भगवंत मान और बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ बिजली की मांग को पूरा करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में पंजाब में बिजली की कोई कमी नहीं होगी। धान के मौसम में हर साल खपत बढ़ जाती है, लेकिन मैं किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन्हें धान की फसल के लिए किसी भी तरह की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस मामले पर खुद मुख्यमंत्री नजर रखे हुए हैं।

कांग ने आरोप लगाया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने बठिंडा में चार और रोपड़ में दो थर्मल प्लांट बंद कर दिए थे। इन संयंत्रों से 800 मेगावाट बिजली पैदा होती थी।

उन्होंने कहा कि गुजरात में मुंद्रा थर्मल प्लांट, जो पंजाब सहित पांच राज्यों को बिजली प्रदान करता था, 2018 से बंद था। पंजाब को इससे 475 मेगावाट मिलता था। इसके अलावा, अकाली और कांग्रेस सरकारों ने छत्तीसगढ़ के पचवाड़ा में 2001 में पंजाब को आवंटित कोयला खदान 2015 से नहीं चलाई थी।

कांग ने कहा कि खदान में सालाना 70 लाख मीट्रिक टन कोयले का उत्पादन करने की क्षमता है। सीएम मान ने खदान को फिर से शुरू करने का फैसला किया था और इसे जून के अंत तक चालू कर दिया जाएगा। खुद की खदान से पंजाब को सस्ता कोयला मिलेगा और सरकार को 500-600 करोड़ रुपये की बचत होगी। उन्होंने कहा कि मान सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की भी योजना बना रही है। पार्टी प्रवक्ता नील गर्ग और शशि वीर शर्मा भी मौजूद थे।

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