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अखिलेश यादव की शिवपाल के पांव छूती तस्वीर देखी आपने, इसके पीछे की कहानी है हैरान करने वाली

मैनपुरी: मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। उनकी कोशिश अपने वोट बैंक को बढ़ाने और बड़े अंतर से डिंपल यादव को जीत दिलाने की है। इसको लेकर पिछले दिनों उन्होंने इटावा में शिवपाल यादव से मुलाकात की थी। नाराज चाचा मान गए। शिवपाल यादव की ओर से जसवंतनगर विधानसभा सीट पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। रविवार को इस कार्यक्रम में पूरा मुलायम परिवार एकत्र हुआ। कार्यक्रम के मंच पर शिवपाल यादव, अखिलेश यादव और प्रोफेसर रामगोपाल यादव मुख्य रूप से नजर आए। जसवंतनगर और सैफई से भारी संख्या में समर्थक पहुंचे थे। इस दौरान कुछ ऐसा हुआ, जो अभी चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, एक तस्वीर वायरल हो रही है या फिर की जा रही है, जिसमें अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव का पांव छूते दिखाई दे रहे हैं। लेकिन, इसके पीछे की कहानी बड़ी ही रोचक है। इसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।

जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मंच पर शिवपाल यादव पहुंचे तो अखिलेश यादव ने उनका हाथ जोड़कर स्वागत किया। अखिलेश ने तब भी उनके पांव छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद सभी लोग मंच पर विराजमान हो गए। फिर शुरू हुआ कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों के स्वागत का दौर। शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव सभी आगत अतिथियों का स्वागत कर रहे थे। इसी दौरान आदित्य यादव को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का स्वागत करने की घोषणा मंच से की गई। फूलों का गुलदस्ता लेकर आदित्य यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ बढ़े तो शिवपाल यादव खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि बतौर जसवंतनगर सपा विधायक मैं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत करूंगा। इस दौरान अखिलेश यादव कुर्सी पर बैठे असहज हो गए। मुस्कुराने लगे। शिवपाल यादव से कुछ कह नहीं पा रहे थे। शिवपाल यादव ने जैसे ही अपने बेटे से बुके लेकर उनकी तरफ बढ़ाया, वे खड़े हो गए। शिवपाल यादव से भूखे लिया और फिर पांव छूकर आशीर्वाद यह मोमेंट कैमरे में कैद हुआ। अब इसे परिवार की एकता के रूप में समाजवादी पार्टी की ओर से प्रदर्शित किया जा रहा है।

भाषण में भी किया एकता का जिक्र
अखिलेश यादव ने कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में भी परिवार की एकजुटता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव जी का आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने यहां पर जिम्मेदार कार्यकर्ताओं और नेताओं को बुलाकर इस मैनपुरी उपचुनाव में अपील करने का काम किया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि कई बार लोग कहते हैं, चाचा और भतीजा में बहुत दूरियां हैं। मैं आप सबको बता दूं, चाचा और भतीजे में दूरियां नहीं थी। राजनीति में दूरियां थीं। मुझे आज खुशी है कि राजनीति की भी दूरियां आज खत्म हो गई। अब घबराहट तो बीजेपी को हो रही होगी। इसलिए भी हो रही होगी कि वे जानते हैं कि जसवंतनगर ने अगर मन बना लिया तो जीत का अंतर कितना बड़ा हो जाएगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि करहल साथ चल दिया। मैनपुरी ठीक हो गई। किशनी के लोग मन बनाए बैठे हैं और भूगांव भी जीतने जा रहे हैं। सोचो इस बार परिणाम क्या होगा? उन्होंने कहा कि परिवार दूर हो तो बीजेपी वाले परिवार में झगड़ा बताते हैं। परिवार एक हो जाए तो परिवारवादी पार्टी बताते हैं। मैनपुरी क्षेत्र में विकास का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि यह जितना भी विकास दिख रहा है, वह सब नेताजी का किया हुआ है। हमारा का कोई अस्तित्व न रहता, अगर नेताजी हमें आगे नहीं बढ़ाते।

शिवपाल ने भी दिया संदेश
शिवपाल यादव ने भी कार्यकर्ता सम्मेलन के मौके पर परिवार की एकजुटता की बात कही। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने हमें एक होने को कहा। हम एक हो गए हैं। डिंपल यादव मुलायम परिवार की ही नहीं, आप लोगों की बहू है। उसे भारी अंतर से जिताना आपका दायित्व है। मुलायम सिंह यादव की विरासत को हमें आगे बढ़ाना है। यह चुनाव प्रतिष्ठा का चुनाव है। पहली बार चुनाव में नेताजी हमारे बीच नहीं हैं। इसमें हम सबको मिलकर परिवार की बहू को जीत दिलानी है। उन्होंने कहा कि परिवार के बीच किसी तरह का कोई भेदभाव अब नहीं रहा है। यह आप सब लोगों ने भी देख लिया है।