एयरफोर्स में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक युवक से 3.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। उससे आरोपियों ने सात लाख रुपये में सौदा तय किया था। इनमें दो आरोपी खुद को एयरफोर्स में अधिकारी बताते थे। रुपये एडवांस के तौर पर लिए गए थे। विश्वास जताने के लिए युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमाया गया था। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। तीन फरार लोगों की तलाश की जा रही है।
सदर बाजार के सीओडी रोड निवासी जीनेश के साथ धोखाधड़ी हुई। उसने पुलिस को बताया कि जुलाई में उनकी मुलाकात नई आबादी, मोहनपुरा निवासी जितेंद्र से हुई थी। जितेंद्र ने कहा था कि उसका भाई मनोज एयरफोर्स में अधिकारी है। एयरफोर्स में कई लोगों की नौकरी लगवा चुके हैं। तुम्हारी भी लगवा देंगे। सात लाख रुपये का खर्च आएगा। आधी रकम एडवांस में मांगी। बाकी रकम नियुक्ति होने पर देने के लिए कहा। उसने जितेंद्र के घर जाकर 1.50 लाख नकद और दो लाख रुपये खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। जितेंद्र के घर पर मनोज और उसकी पत्नी सपना मिले। मनोज ने खुद को अधिकारी बताया।
स्पीड पोस्ट से भेजा फर्जी नियुक्ति पत्र
आरोपियों ने जीनेश के घर पर स्पीड पोस्ट से पिछले महीने फर्जी नियुक्ति पत्र भेजा था। इसके बाद बाकी रकम की मांग करने लगे। नियुक्ति पत्र में कानपुर में ज्वाइनिंग करने के बारे में लिखा था। इस पर आरोपी उसे खुद ही अपने साथ ले जाने लगे। मगर, फिरोजाबाद पहुंचने पर बहाना बना दिया। कहा कि अधिकारी की पत्नी को हार्टअटैक आ गया है। इस पर किसी और दिन चलेंगे। बाद में नियुक्ति कराने से मना कर दिया। रुपये मांगने पर धमकी देने लगे। पीड़ित के पास व्हाट्सएप चैट भी मौजूद थी। इसे पुलिस को दिखाया। मामले में सोमवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
एजेंट का भाई बनता था अधिकारी
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया है। उसका भाई मनोज, भाभी सपना और परिचित शक्ति सिंह फरार हैं। मनोज एयरफोर्स का अधिकारी बनता था, जबकि सपना उसकी पत्नी बनकर बात करती थी। इसके साथ ही शक्ति सिंह भी खुद को बड़ा अधिकारी बताता था। फरार आरापियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगी है। गिरफ्तार आरोपी से एक आधार कार्ड, पैनकार्ड, फर्जी नियुक्ति पत्र, हाईस्कूल की अंक तालिका, पांच हजार रुपये और मोबाइल बरामद किया है।
एयरफोर्स में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक युवक से 3.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। उससे आरोपियों ने सात लाख रुपये में सौदा तय किया था। इनमें दो आरोपी खुद को एयरफोर्स में अधिकारी बताते थे। रुपये एडवांस के तौर पर लिए गए थे। विश्वास जताने के लिए युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमाया गया था। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। तीन फरार लोगों की तलाश की जा रही है।
सदर बाजार के सीओडी रोड निवासी जीनेश के साथ धोखाधड़ी हुई। उसने पुलिस को बताया कि जुलाई में उनकी मुलाकात नई आबादी, मोहनपुरा निवासी जितेंद्र से हुई थी। जितेंद्र ने कहा था कि उसका भाई मनोज एयरफोर्स में अधिकारी है। एयरफोर्स में कई लोगों की नौकरी लगवा चुके हैं। तुम्हारी भी लगवा देंगे। सात लाख रुपये का खर्च आएगा। आधी रकम एडवांस में मांगी। बाकी रकम नियुक्ति होने पर देने के लिए कहा। उसने जितेंद्र के घर जाकर 1.50 लाख नकद और दो लाख रुपये खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। जितेंद्र के घर पर मनोज और उसकी पत्नी सपना मिले। मनोज ने खुद को अधिकारी बताया।
स्पीड पोस्ट से भेजा फर्जी नियुक्ति पत्र
आरोपियों ने जीनेश के घर पर स्पीड पोस्ट से पिछले महीने फर्जी नियुक्ति पत्र भेजा था। इसके बाद बाकी रकम की मांग करने लगे। नियुक्ति पत्र में कानपुर में ज्वाइनिंग करने के बारे में लिखा था। इस पर आरोपी उसे खुद ही अपने साथ ले जाने लगे। मगर, फिरोजाबाद पहुंचने पर बहाना बना दिया। कहा कि अधिकारी की पत्नी को हार्टअटैक आ गया है। इस पर किसी और दिन चलेंगे। बाद में नियुक्ति कराने से मना कर दिया। रुपये मांगने पर धमकी देने लगे। पीड़ित के पास व्हाट्सएप चैट भी मौजूद थी। इसे पुलिस को दिखाया। मामले में सोमवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
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