Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

बहन की जान बचाने के लिए चाहिए 10 लाख, ग्रेटर नोएडा हादसे की शिकार स्वीटी की जान बचाने को भाई ने लगाई गुहार

ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 क्षेत्र में 31 दिसंबर की रात हुई सड़क दुर्घटना में घायल इंजीनियरिंग की छात्रा कोमा में चली गई है। घटना के चार दिन बाद भी आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात कार चालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। छात्रा के इलाज में 10 लाख रुपये तक का खर्च आ रहा है। भाई संतोष के साथ ही दोस्तों ने सोशल मीडिया पर लोगों से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने एक पोस्ट के जरिए अकाउंट नंबर और यूपीआई आईडी शेयर कर मदद मांगी है। उन्होंने लिखा है कि मेरी बहन ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती है। अभी डॉक्टरों ने उसे अस्पताल में पूरी तरह ठीक होने तक रखने की बात कही है। बहन के इलाज में 10 लाख रुपये खर्च होंगे।

ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित जीएनआईओटी कॉलेज से इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष की पढ़ाई करने वाले चार छात्र 31 दिसंबर को अल्फा-2 सेक्टर के बस स्टैंड से डेल्टा एक सेक्टर की तरफ पैदल जा रहे थे। इस दौरान एक तेज रफ्तार सैंट्रो कार ने उन्हें टक्कर मार दी थी। कोतवाली में छात्र शिवम ने एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस को बताया है कि वह अपने तीन दोस्तों करसोनी डोंग, स्वीटी कुमारी और आनगनवा के साथ जा रहे थे। कार सवार ने टक्कर मार दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित फरार हो गए। घटना में तीनों दोस्तों को चोट लगी थी। उपचार के बाद दोस्तों करसोनी और आनगनवा को छुट्टी मिल गई है।

स्वीटी को लगी सबसे ज्यादा चोटअधिक चोट लगने के कारण स्वीटी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उपचार के दौरान वह कोमा में चली गई है। कॉलेज के छात्रों ने बताया कि स्वीटी मूलरूप से बिहार की रहने वाली है, उसके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उपचार में लगभग 10 लाख रुपये का खर्च आ रहा है। इस कारण सोशल मीडिया पर आर्थिक मदद मांगी गई है। जानकारी के मुताबिक स्वीटी के भाई संतोष ने एक पोस्ट शेयर कर मदद मांगी है।नोएडा हादसे के आरोपियों की तलाश कर रही पुलिसछात्रा के परिवार की स्थिति को देखते हुए कॉलेज प्रबंधन ने एक लाख रुपये की मदद दी है। कॉलेज के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने बताया कि कॉलेज के स्टाफ के सहयोग से भी लगभग एक लाख रुपये एकत्र किए गए हैं। एकत्र पैसा छात्रा के स्वजन को दिया जाएगा। घटना के बाद पुलिस ने मामले में सक्रियता नहीं दिखाई थी। घायल छात्रा के कोमा में जाने और मीडिया में मामला उछलने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। संभावना जताई जा रही है कि आरोपित शराब के नशे में थे। डेल्टा एक सेक्टर में विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। पुलिस को सेंट्रो कार के बारे में जानकारी मिल गई है। पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है, जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रिपोर्ट – मनीष सिंह