जेपी अस्पताल में भी काेराेना मरीजाें काे भर्ती कर इलाज किया जाएगा। इसके लिए अस्पताल में 20 बेड का डेडिकेटेड आईसीयू तैयार किया जा रहा है। यहां हर बेड पर ऑक्सीजन, वैक्यूम और वेंटिलेटर जैसी तमाम जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हाेंगी। एनएचएम की ओर से बनाए जा रहे आईसीयू पर करीब 1.40 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। एनएचएम के सब इंजीनियर हेमंत पटेरिया ने बताया कि उक्त आईसीयू निगेटिव प्रेशर की तर्ज पर बनाया जा रहा है। यहां लग रहे एसी की सभी मशीनें छत पर हाेंगी। एक टनल से सभी सुविधाओं की लाइन बिछाई जाएगी।
कमरा तोड़कर बनाया जा रहा है आने-जाने के लिए रास्ता
काेराेना मरीज अस्पताल की माैजूदा नई और पुरानी बिल्डिंगाें के अंदर प्रवेश ना करें, इसके लिए अलग व्यवस्था की जा रही है। आइसाेलेशन वार्ड काे आईसीयू में तब्दील किया जा रहा है। यहां के लिए रास्ता भी अलग बनाया जा रहा है। टीबी स्पेशलिस्ट डाॅ. अजय राव थेटे जिस रूम में बैठते हैं, उसे भी ताेड़ा जा रहा है।
आईसीयू का 30% काम कर लिया गया है। इसके बनने से काेराेना मरीजाें काे भर्ती कर इलाज की सुविधा शुरू हाे जाएगी। –डाॅ. आरके तिवारी, सिविल सर्जन, जेपी अस्पताल
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