इंटरनेट (Internet) हमारे लिए नया बेसिक सर्विस बन गया है. खासतौर पर कोरोना वायरस (coronavirus) महामारी के दौरान जहां लोग अपने प्रियजनों के साथ जुड़े रहने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल ने हैकर्स और वर्चुअल अटैकर्स (virtual attackers) के लिए यूज़र्स पर साइबर अटैक (cyber attack) करने का काम आसान कर दिया है. भारत के पास दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट यूज़र बेस (internet user base) है, जो डेटा और यूज़र्स की संख्या के मामले में दिन-प्रतिदिन विस्तार कर रहा है. इसलिए, उद्यमों (entrprises) और सरकारी एजेंसियों (government agencies) के लिए ये आवश्यक है कि किसी भी तरह के डेटा ब्रीच (data breach) से बचने के लिए नेटवर्क में मौजूद हाई-लेवेल सिक्योरिटी (high-level security) सुनिश्चित करें और किसी भी तरह की खामियों को ठीक करें.
लेकिन क्या होगा अगर आप या आपका संगठन साइबर सिक्योरिटी के हमले का शिकार हो जाए? या फिर आप साइबर सिक्योरिटी के हमलों को कैसे रोक सकते हैं और अपने आप को सिक्योर रख सकते हैं? आइए जानें कुछ बेसिक बातें, जिन्हें आपको अपनी ऑनलाइन सेफ्टी सुनिश्चित करने के लिए पता होना चाहिए…
More Stories
DoT/TRAI की ओर से आपके मोबाइल को डिस्कनेक्ट करने की धमकी देने वाली फर्जी कॉल आ रही हैं? इन नंबरों पर रिपोर्ट करें | प्रौद्योगिकी समाचार
बागेश्वर धाम का बुखार दुबई में छाया: बू अब्दुल्ला कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री की कथा ने भीड़ को मंत्रमुग्ध कर दिया
चेतावनी! सरकार ने Google Chrome और Apple iTunes के लिए उच्च जोखिम चेतावनी जारी की: यहां बताया गया है कि कैसे सुरक्षित रहें