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नरेश सिंह भोक्ता हत्याकांड : झारखंड और बिहार में

Ranchi :  राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने झारखंड और बिहार में नक्सलियों के सात ठिकानों पर छापेमारी की है. यह छापेमारी भाकपा माओवादी द्वारा साल 2018 में नरेश सिंह भोक्ता की हत्या मामले में की गयी. इस मामले में एनआईए ने कांड संख्या आरसी-25/2022 दर्ज की है और मामले की जांच कर रही है. जांच के दौरान एनआईए ने बिहार के गया और औरंगाबाद में और झारखंड के पलामू जिले में आरोपियों और संदिग्ध व्यक्तियों के घरों की तलाशी ली. इस दौरान एजेंसी ने कई डिजिटल उपकरण भी जब्त किये. जिनमें मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कई आपत्तिजनक दस्तावेज शामिल हैं. (पढ़ें, विक्की कौशल ने कटरीना कैफ संग मैरिड लाइफ पर बताई दिलचस्प बातें)

जन अदालत में नरेश सिंह भोक्ता का अपहरण कर लिया गया था

2 नवंबर 2018 की रात को शीर्ष नेतृत्व और भाकपा माओवादी के नक्सल कैडरों ने जन अदालत बुलाया था. जिसमें नरेश सिंह भोक्ता का अपहरण कर लिया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गयी. भोक्ता का शव बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के बधाई बिगहा गांव के पास से बरामद किया गया था. 24 जून 2022 को एनआईए ने इस मामले को बिहार पुलिस से अपने हाथ में ले लिया था.  जांच के दौरान एनआईए ने हत्या की साजिश में शीर्ष माओवादी कमांडरों की संलिप्तता का पता लगाया था. साथ ही हत्या में इस्तेमाल किये गये हथियार और वाहन भी बरामद किये थे. बता दें कि इस मामले में अब तक कुल नौ लोगों को गिरफ्तार हो चुकी है.

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