लद्दाख सीमा स्थिति LAC पर पिछले दिनों हुई झड़प के बाद भारत और चीन में तनाव का माहौल है। इसके बाद से भारत आर्थिक मोर्चे पर लगातार चीन पर कड़ा प्रहार कर रहा है। चीन भी भारत के कड़े कदमों से बौखला गया है। ऐसे में जो स्थिति बनी हुई है, उसका असर भारतीय बाजारों पर भी नजर आएगा। दरअसल भारत धीरे-धीरे चीनी सामानों के लिए अपने दरवाजे बंद कर रहा है। लोगों ने भी चीनी सामान का बहिष्कार करने का फैसला किया है। ऐसे में हर तरफ BoycottChina का माहौल है। पर इस स्थिति में भारत में रोजमर्रा की जरुरतों का काफी सामान महंगा हो सकता है।
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक भारत में जो चीजें महंगी हो सकती हैं, उस लिस्ट में पहला स्थान रेडिमेड गारर्मेंट्स का रहेगा। दरअसल विवाद के चलते अब चीन से कपड़े और उसे बनाने की मशीनों से जुड़ा सामान भारत नहीं आ पा रहा है। चीन से सामान्य तौर पर बटन, मेटल और सिलाई मशीनें भारत आती हैं। भारत में कपड़ा बनाने के कारखाने, फेक्ट्री में जो सामान उपयोग में आता है वो काफी हद तक चीन से आता है। बता दें कि भारत में फास्टनर, बटन, सिलाई मशीन, निडल लेपल पिन और टेक्सटाइल मटेरियल चीन से ही आता है। फिलहाल चीन से आया हुआ कई टन सामान, पोर्ट पर फंसा हुआ है और ऐसे में गारमेंट्स इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान हो सकता है। हालांकि चीनी सामानों के खिलाफ विरोध को देखते हुए भारतीय व्यापारी तुर्की, ताइवान, विएतनाम, थाईलैंड सहित अन्य देशों का रूख कर रहे हैं, लेकिन वहां ज्यादा होने से व्यापारियों को महंगे दामों में माल खरीदना पड़ रहा है। जबकि कई जरूरी एसेसरीज और मशीनों के पार्ट केवल चीन में ही मिलते हैं, ऐसे में चीन से खरीदना फिलहाल उनकी मजबूरी हो गई है। पर भारत सरकार ने फिलहाल चीन से आए सामानों को पोर्ट पर ही सीज करके रखा है। रेडिमेड गारमेंट उद्योग में तो सुई से लेकर फैब्रिक ग्लू तक व्यापारियों की निर्भरता चीन पर है।
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