सोमवार को हुए गूगल फॉर इंडिया के 6वें वार्षिक एडिशन में गूगल ने भारत के लिए कई बड़ी योजनाओं का ऐलान किया। साथ ही कंपनी ने गूगल इनिशिएटिव्स के बार में भी जानकारी दी। गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचई ने अगले 5 से 7 साल में भारत में $10 बिलियन डॉलर यानी लगभग 75000 करोड़ रुपए निवेश करने की घोषणा की। वहीं, गूगल टीम के अन्य सदस्यों ने बताया कैसे कोरोना संकट के आम तक पहुंच बनाई और उन्हें महामारी से जुड़ी सटीक जानकारियां मुहैया कराई।
45 करोड़ यूजर्स स्मार्टफोन पर इंटरनेट चलाते हैं
गूगल इंडिया के कंट्री हेड और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने बताया कि गूगल के भारत में लगभग 50 करोड़ एक्टिव इंटरनेट यूजर्स हैं जिसमें से लगभग 45 करोड़ से यूजर्स स्मार्टफोन पर इंटरनेट चलाते हैं। कनेक्टिविटी और एक्सेस ही प्रोडक्ट और सर्विस को मजबूत के दो मुख्य बनाने आधार है। इन्हीं प्रोडक्ट और सर्विसेस की बदौलत लर्निंग, एजुकेशन, जॉब्स और पेमेंट जैसी चीजों को आसान बनाया, जो हमारी सोसाइटी फेस रोजाना फेस करती है। यह 50 करोड़ यूजर न सिर्फ गूगल पर चीजों को 9 भाषाओं में सर्च कर सकते हैं बल्कि गूगल असिस्टें का इस्तेमाल भी 9 भाषाओं में कर सकते हैं।
ऐसी जगहों पर ज्यादा फोकस जहां इंटरनेट की पहुंच कम
गुप्ता ने बताया कि गूगल का फोकस ऐसी जगहों पर ज्यादा है जहां इंटरनेट की पहुंच कम है। ऐसी जगहों के लिए हम खासतौर से काम कर रहे हैं। इंटरनेट साथी प्रोग्राम के जरिए हमने 3 करोड़ से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं को इंटरनेट सीखने में मदद की। हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का काफी उपयोग किया। उदाहरण के तौर पर सबसे बड़ा चैलेंज जिसका हम हर मानसून में सामना करते हैं वो है बाढ़ की समस्या। गूगल पर हमने फ्लड फोरकास्टिंग सिस्टम इनेबल्ड किया, जो लोगों और डिजास्टर मैनेजमेंट सिस्टम की मदद करता है और खतरे की स्थिति में 12 से 48 घंटे पहले ही स्मार्टफोन पर सूचना दे देता है।
कोरोना को लेकर 200 करोड़ सर्च किए गए
कोरोना संकट के चलते गूगल पर कई भाषाओं में लगभग 200 करोड़ सर्च किए गए। हमने मामले की गंभीरता को समझा और डब्ल्यूएचओ समेत मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फेमिली वेलफेयर के साथ काम कर लोगों तक कोरोना से जुड़ी सटीक जानकारिया मुहैया कराई वो कई भाषाओं में, जिसमें लक्षणों की पहचान, बचाव के तरीके और पर्सनल हाइजीन शामिल हैं।
My Gov समेत कई राज्य सरकारों के साथ गूगल मैप पर 700 से ज्यादा शहरों के 11 हजार से अधिक फूड एंड नाइट शेल्टर की जानकारी दी। वोडाफोन के साथ मिलकर हमने यह जानकारी फीचर फोन यूजर्स के लिए भी मुहैया कराई। साथ ही इंटरनेट साथी प्रोग्राम के तहत 50 हजार से ज्यादा गांवों तक कोरोना से जुड़ी सही जानकारियां पहुंचाई।
गूगल मीट, गूगल क्लासरूम, रीड अलॉन्ग और यूट्यूब लर्निंग से बच्चों तक पहुंचाई
कोरोना का असर बच्चों की शिक्षा पर भी पड़ा। गूगल ने गूगल मीट, गूगल क्लासरूम, रीड अलॉन्ग और यूट्यूब लर्निंग के जरिए वापस यह पटरी पर आ सकी, ताकि वे सुरक्षित और विश्वसनीय सोर्स से जुड़कर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। इस समय सैकड़ों बच्चें इन प्रोडक्ट्स का यूज कर रहे हैं। गूगल पे ने समाज को पीएस केयर फंड में डिजिटली डोनशन देने की सुविधा दी। देशवासियों ने मिलकर गूगल पे के जरिए कोरोना से लड़ने के लिए पीएम केयर फंड में 120 करोड़ रुपए डोनेट किए।
मैप पर उपलब्ध कराई 600 कोविड टेस्टिंग सेंटर की जानकारी
गूगल ने मेरी सरकार (My Gov) और इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च के सहयोग से गूगल मैप प्लेटफार्म पर 300 शहरों के 600 कोविड टेस्टिंग सेंटर्स की जानकारी मुहैया कराई। कोरोना काल में जहां कई बिजनेस ठप पड़ हुए, वहीं गूगल ने उन्हें दोबारा नई शुरुआत करने का मौका दिया। कई छोटे रिटेलर्स गूगल मैप बिजनेस साइट के माध्यम से संकट की घड़ी में अपने व्यापार को कनेक्टेड और इफेक्टिव बनाकर अच्छा व्यापार किया।
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