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UP: पतंजलि कंपनी के वनस्पति घी का नमूना जांच में मिला असुरक्षित, रक्षाबंधन से पहले लिया गया था नमूना

पतंजलि
– फोटो : amar ujala

विस्तार

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में देश की प्रमुख कंपनी पतंजलि के वनस्पति घी का नमूना भी जांच में असुरक्षित निकला है। यह वनस्पति घी शहर में रक्षाबंधन के त्योहार पर बिक्री के लिए आगरा से आ रहा था। रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने उस बैच के वनस्पति घी पर रोक लगा दी है। साथ ही कंपनी को भी इस बैच के वनस्पति घी को वापस मंगाने का पत्र लिखा है।

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रक्षाबंधन के मौके पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कार्रवाई की थी। 25 अगस्त को खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त डॉ. सुधीर सिंह अपनी टीम के साथ में टोल प्लाजा टूंडला पर चेकिंग कर रहे थे। तभी आगरा से आ रहे लोडिंग वाहन यूपी 83 बीटी 8594 को टीम ने रोका। इसमें पतंजलि के भी खाद्य पदार्थ थे। 

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संदेह होने पर सहायक आयुक्त ने टीम से वनस्पति घी का सैंपल भरवाया। इस सैंपल की जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली आई है। कंपनी का वनस्पति घी न सिर्फ मिलावटी निकला है, बल्कि मानव सेहत के लिए हानिकारक भी है। वनस्पति घी में पर ऑक्साइड अधिक निकला है तो कसैलापन भी ज्यादा है।

इसके पीछे माना जा रहा है कि इसे बनाने में काफी पुराने एवं प्रयोग किए गए तेल का प्रयोग किया गया है। इस घी को नारखी थाना क्षेत्र के कोटला में पड़ने वाले गांव बदनपुर के धर्मेंद्र कुमार एवं मदन कुमार ला रहे थे। विभाग द्वारा इन दोनों को भी नोटिस भेजा गया है। 

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खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने सैंपल लेने के दौरान पता किया था तो यह वनस्पति घी एत्मादपुर स्थित थोक विक्रेता के यहां से आ रहा था। इस पर एत्मादपुर स्थित इकाई के साथ में कच्छ गुजरात में स्थित इकाई को भी नोटिस जारी किया है। मुकदमा भी दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।

अगस्त में चेकिंग के दौरान पतंजलि के वनस्पति घी का सैंपल लिया गया था। जांच रिपोर्ट में प्रयोगशाला ने इसे असुरक्षित बताया है, जो मानव सेहत के लिए नुकसानदेह है। इस मामले में नोटिस जारी करने के साथ में मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है। -डॉ. सुधीर सिंह, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन

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