शेख भिखारी मेडिकल कालेज अस्पताल के भंडार में रखी गई लाखों रुपये की दवाएं उपयोग नहीं किए जाने के कारण एक्सपायर्ड हो गईं। इसे लेकर अस्पताल प्रबंधन जहां डाक्टरों पर अस्पताल की दवाओं के बजाए दूसरी दवा लिखने का आरोप लगा रहा है तो डाक्टरों का कहना है कि उनसे बिना आवश्यकता लिए दवाओं की आपूर्ति की जाती है।
29 Dec 2023
हजारीबाग : शेख भिखारी मेडिकल कालेज अस्पताल के भंडार में रखी गई लाखों रुपये की दवाएं उपयोग नहीं किए जाने के कारण एक्सपायर्ड हो गईं। इसे लेकर अस्पताल प्रबंधन जहां डाक्टरों पर अस्पताल की दवाओं के बजाए दूसरी दवा लिखने का आरोप लगा रहा है, तो डाक्टरों का कहना है कि उनसे बिना आवश्यकता लिए दवाओं की आपूर्ति की जाती है।ऐसे में जिन दवाओं का उपयोग बहुत ही कम है, उसकी अधिक आपूर्ति किए जाने के कारण ये दवाएं एक्सपायर्ड हो जाती हैं। बता दें कि झारखंड मेडिकल एंड हेल्थ इंफ्रास्टचर डेवलपमेंट एंड प्रोक्योरमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा इन दवाओं की आपूर्ति कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को लेकर की गई थी।
शेख भिखारी मेडिकल कालेज अस्पताल के भंडार में एंटी एलर्जिक के तौर उपयोग किया जाने वाला सेट्रिजिन सिरप की करीब एक हजार से अधिक बोतल, एसिटिलसिस्टिन 600 एमजी की टैबलेट समेत अन्य महंगी दवाएं उपयोग नहीं किए जाने के कारण एक्सपायर्ड हो चुकी हैं। एसिटिलसिस्टिन 600 टेबलेट का उपयोग फेफडों में म्यूकोलाइट को बाहर निकाले के लिए किया जाता है। एसिटिलसिस्टिन 600 टेबलेट्स की एक्सपायरी 2023 के जून महीने की थी, जबकि सेट्रिजिन सिरप की एक्सपायरी अगस्त, 2023 थी।
इसके अलावा 50 रुपये प्रति टेबलेट से अधिक कीमत वाली और भी कई महंगी दवाएं एक्सपायर्ड हो गईं। लेकिन इन बातों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि दवाओं के अधिक मात्रा में आपूर्ति किए जाने के बाद उनकी कम उपयोगिता को लेकर कारपोरेशन से दो बार पत्राचार किया गया था।
पत्राचार के माध्यम से कारपोरेशन को आवश्यकता से अधिक दवाओं का उपयोग किसी अन्य जिला के अस्पताल में करने का अनुरोध किया गया था। लेकिन कारपोरेशन द्वारा इसका संज्ञान नहीं लिए जाने के कारण दवाएं एक्सपायर्ड हो गई कोविड की संभावित तीसरी लहर को लेकर राज्य मुख्यालय से कुछ विशेष दवाओं की आपूर्ति की गई थी। लेकिन, लहर का प्रभाव कम होने के कारण उनका अधिक उपयोग नहीं किया जा सका और वे एक्सपायर्ड हो गईं। एसिटिलसिस्टिन 600 की टेबलेट्स आम सर्दी, खांसी-बुखार की स्थिति में नहीं दी जाती है।
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