अपने प्लेटफॉर्म पर भाजपा समर्थक होने का आरोप झेल रहे फेसबुक ने पहले ही इन आरोपों को नकारा है और अब कंपनी ने शुक्रवार को एक बार फिर से इस मुद्दे को लेकर अपनी स्थिति साफ की। फेसबुक ने कहा कि उसने भारत में लोकप्रिय हस्तियों द्वारा पोस्ट ऐसी सामग्री को हटाया है और आगे भी हटाते रहेंगे जो उसके समुदाय मानकों का उल्लंघन करती है।
फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अजित मोहन ने एक बयान जारी कर कहा कि फेसबुक हमेशा ही एक खुला, पारदर्शी और निष्पक्ष प्लेटफॉर्म रहा है जहां लोग खुलकर खुद को व्यक्त कर सकते हैं। पिछले कुछ दिनों में हम पर हमारी नीतियों के अनुपालन में पक्षपात का आरोप लगाया गया है। पक्षपात के आरोपों को हम बेहद गंभीरता से लेते हैं और यह स्पष्ट करते हैं कि हम किसी भी तरह की नफरत और कट्टरता की निंदा करते हैं। फेसबुक में नीतियों को कभी-कभी स्थानीय संवेदनशीलता के मद्देनजर बदला जाता है, खासकर भारत जैसे बहुसांस्कृतिक समाज में। मसलन, 2018 में नफरत फैलाने वाले भाषणों की हमारी वैश्विक नीति में जाति को संरक्षित विशेषता के रूप में शामिल करना। मोहन ने साफ किया कि विविधतापूर्ण राजनीतिक संबद्धताओं और पृष्ठभूमि के बावजूद फेसबुक के कर्मचारी निष्पक्ष तरीके से कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं।
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