इलाहाबाद. यूपी बेसिक शिक्षा परिषद के एक अध्यापक ने बच्चे के जन्म से 13 दिन पहले स्कूल में उसका प्रवेश देकर विश्व का सबसे अजूबा कारनामा किया है.
इलाहाबाद के मांडा ब्लाक में बेसिक शिक्षा परिषद का बामपुर प्राथमिक विद्यालय है. यहां छात्र जन्म से 13 दिन पहले ही शिक्षा ग्रहण करने लगता है. विद्यालय के हाजिरी रजिस्टर में नियमित उसकी उपस्थिति दर्ज की जाती है. इसके अलावा छात्र को मार्कशीट एवं रिजल्ट भी उत्तीर्ण का दिया जाता है. यह उस अध्यापक की कारगुजारी है जो संभवत: घर पर बैठकर शिक्षण कार्य करता है और कागजों को मनमाने ढ़ंग से तैयार करता है.
हुआ यूं कि बेसिक शिक्षा परिषद बामपुर माण्डा विद्यालय में कशिश यादव नामक छात्र कक्षा नौ में पढ़ता था. उसने कक्षा नौ पास किया. उसे विद्यालय से “प्रस्थान प्रमाण पत्र” (टीसी) दिया गया. इस प्रस्थान प्रमाण पत्र पर विद्यालय ने उसकी जन्म तिथि 29 अप्रैल 2015 दर्ज की है जबकि छात्र का विद्यालय में प्रवेश के कालम में 16 अप्रैल 2015 अंकित है और प्रमाण पत्र पर छात्र के विद्यालय छोड़ने की तिथि 30 मार्च 2018 अंकित है.
बेसिक शिक्षा परिषद विद्यालय के ‘प्रस्थान प्रमाण पत्र’ के अनुसार यह विश्व का सबसे अजूबा कारनामा है कि कशिश यादव नामक छात्र ने मात्र दो साल नौ महीना और 14 दिन में कक्षा नौ की परीक्षा उत्तीर्ण कर विद्यालय छोड़ दिया. छात्र के प्रस्थान प्रमाणपत्र पर प्रधानाचार्य के भी हस्ताक्षर हैं.
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