बताया जा रहा है कि, मामले का खुलासा तब हुआ जब छात्रा को इलाज के लिए पोंडी अस्पताल लाया गया। इस मामले को आश्रम की अधीक्षिका और कर्मचारियों ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन मामले का खुलासा होते ही जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। कलेक्टर के निर्देश पर जच्चा-बच्चा दोनों को जिला अस्पताल रेफर किया गया। कलेक्टर ने मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कन्या आश्रम की अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है। इस मामले ने कन्या आश्रम में बच्चों की सुरक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Trending
- Lokshakti-15-06-25
- फादर्स डे 2025: अमिताभ-अभिषेक से रणबीर-ऋषि तक, 5 बार जब बॉलीवुड फिल्मों में दिखे असली बाप-बेटे
- जल्द होगी भारी बारिश: उमस भरी गर्मी से मिलेगी राहत
- कश्मीर में पर्यटन फिर से शुरू: मनोज सिन्हा ने आठ पर्यटन स्थलों को खोलने की घोषणा की
- सुशांत सिंह राजपूत के बिना 5 साल: प्रेरणा अरोड़ा का कहना है, ‘उनकी मौजूदगी हर जगह महसूस होती है’
- WTC फाइनल: ऑस्ट्रेलिया 15 साल बाद ICC फाइनल में हारा!
- ग्रेटर नोएडा: शाहबेरी में यातायात जाम से निपटने के लिए ‘प्लान बी’ लॉन्च, 6 अवैध कट बंद
- संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और समय-समय पर जांच ही रोगों से बचाव का मूल मंत्र : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय