एक बड़ी साइबर सुरक्षा घटना में 16 बिलियन से अधिक यूजरनेम और पासवर्ड उजागर हुए हैं, जिससे वैश्विक साइबर सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। शोधकर्ताओं द्वारा खोजी गई इस घटना में 30 डेटासेट शामिल हैं, जिनमें से कुछ में 3.5 बिलियन से अधिक रिकॉर्ड हैं। उजागर डेटा में इंफोस्टीलर मैलवेयर के जरिए चुराए गए क्रेडेंशियल शामिल हैं, जो विभिन्न एप्लिकेशन और सेवाओं से लॉगिन जानकारी चुराते हैं। इसमें कुकीज़, सेशन टोकन और अन्य संवेदनशील मेटाडेटा शामिल हैं, जो इसे एक गंभीर खतरा बनाते हैं। लीक हुए क्रेडेंशियल में Apple, Google, Facebook और सरकारी सेवाओं जैसे विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म शामिल हैं। विशेषज्ञ बड़े पैमाने पर शोषण की संभावना के प्रति चेतावनी देते हैं, जिसमें फ़िशिंग हमले, व्यावसायिक ईमेल से समझौता और रैंसमवेयर हमले शामिल हैं। लोगों को अपने खातों की सुरक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिसमें मजबूत, अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करना, मल्टी-फैक्टर प्रमाणीकरण सक्षम करना और सुरक्षा सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करना शामिल है। इस उल्लंघन की व्यापकता मजबूत सुरक्षा उपायों को अपनाने के महत्व पर प्रकाश डालती है।
Trending
- कुबेरा समीक्षा: नेटिज़न्स ने धनुष-नागार्जुन की फिल्म को दी सकारात्मक प्रतिक्रिया; देखें प्रतिक्रियाएँ
- 20 जून: विराट कोहली से साई सुदर्शन तक, आज टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सभी भारतीय खिलाड़ियों की सूची
- तेजस्वी यादव का बीजेपी-नीतीश सरकार पर हमला, वादों को बताया खोखला
- पूर्व सीएम जय राम ठाकुर ने पुलिस परीक्षा घोटाले पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर साधा निशाना, कहा ‘हिमाचल के युवाओं के साथ धोखा’
- ईरानी मीडिया का दावा: सर्वोच्च नेता खामेनेई के शीर्ष सलाहकार अली शमखानी जीवित हैं, इज़राइली हमलों के बाद भ्रम
- ‘आप तैयार नहीं हैं’: ‘द ट्रेटर्स’ के प्रतियोगी सूफी मोतीवाला ने आगामी एपिसोड में धमाके की बात कही
- Nvidia और Foxconn GB300 चिप उत्पादन के लिए ह्यूमनॉइड रोबोट तैनात करेंगे
- WWE से पहले की कहानी: कैसे द ग्रेट खली ने कड़ी मेहनत को एक करोड़पति विरासत में बदला