कोलकाता की एक पत्रकार ने बस में हुए हमले का बहादुरी से मुकाबला किया, जिसके परिणामस्वरूप हमलावर की गिरफ्तारी हुई। इस घटना में 55 वर्षीय संजय बासक शामिल थे, जो एक निजी बस में महिलाओं के लिए आरक्षित सीट पर बैठे थे। उन पर पत्रकार को थप्पड़ मारने, गाली देने और छेड़छाड़ करने का आरोप है। खबरों के मुताबिक, व्यक्ति ने महिला को गलत तरीके से छूकर उत्पीड़न शुरू किया। जब उसने विरोध किया, तो उसने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, देर रात यात्रा करने के लिए उसकी आलोचना की और उसे टैक्सी लेने का सुझाव दिया। स्थिति तब हिंसक हो गई जब व्यक्ति ने उसका बैग फेंका, थप्पड़ मारा और उसके कपड़े फाड़ दिए। पत्रकार ने हार नहीं मानी, पुलिस को बुलाया और अन्य यात्रियों की मदद से हमलावर को बस से बाहर निकाला। पुलिस ने बासक के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें छेड़छाड़ और आपराधिक धमकी सहित कई आरोप शामिल हैं। पत्रकार, जिसने मेडिकल जांच करवाई है, मजिस्ट्रेट को एक गोपनीय बयान देगी।