हेडिंग्ले में जसप्रीत बुमराह के असाधारण तेज गेंदबाजी प्रदर्शन में उन्होंने पांच विकेट लिए, जिससे भारत की पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल हुई। इस प्रदर्शन की सराहना सचिन तेंदुलकर ने भी की। तेंदुलकर ने बताया कि छूटे मौकों ने बुमराह को और भी बड़ी सफलता हासिल करने से रोका। बुमराह ने ज़ैक क्रॉली और जो रूट को आउट करके शुरुआत की, साथ ही क्रिस वोक्स और जोश टंग को जल्दी आउट किया। एक नो-बॉल और तीन छूटे कैच इंग्लैंड के लिए नुकसानदेह रहे। इन असफलताओं के बावजूद, बुमराह ने अपना ध्यान केंद्रित रखा और महत्वपूर्ण विकेट लिए। उनका लगातार प्रदर्शन महत्वपूर्ण था क्योंकि अन्य गेंदबाजों में असंगतता थी। यह टेस्ट मैचों में बुमराह का 14वां पांच विकेट लेने का प्रदर्शन था और विदेशों में 12वां था, जिससे वह कपिल देव के रिकॉर्ड के बराबर आ गए। उनके प्रदर्शन ने भारत को बढ़ावा दिया क्योंकि उन्होंने एक मजबूत दूसरी पारी का कुल स्कोर बनाने का लक्ष्य रखा था, जिससे खेल के आगे बढ़ने पर आत्मविश्वास पैदा हुआ।