चुनाव आयोग आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के हिस्से के रूप में बिहार में मतदाता सूची की गहन समीक्षा कर रहा है। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान, जो 25 जून को शुरू हुआ और 26 जुलाई, 2025 को समाप्त होगा, में बीएलओ घर-घर जाकर जानकारी एकत्र कर रहे हैं और गणना प्रपत्र (ईएफ) भर रहे हैं। इसका उद्देश्य राज्य भर में चुनावी रोल को शुद्ध करना, योग्य मतदाताओं को जोड़ना और अयोग्य लोगों को हटाना है। मतदाता आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन फॉर्म तक पहुंच सकते हैं, जिससे एक सुलभ दृष्टिकोण मिलता है। प्रत्येक मतदाता को गणना प्रपत्र प्रदान किए जा रहे हैं और उन्हें स्व-सत्यापित दस्तावेज प्रदान करने की आवश्यकता है। इस अभियान में पंजीकृत मोबाइल उपयोगकर्ताओं को सूचित करने के लिए एसएमएस सूचनाएं शामिल हैं, और राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी है। अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर तक प्रकाशित होने की उम्मीद है। पुनरीक्षण ने राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दिया है। चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपने दस्तावेज तैयार रखने और बीएलओ के साथ सहयोग करने का आग्रह किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे आगामी चुनावों में अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग कर सकें।
बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान: चुनाव आयोग की पहल
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