पूरी दुनिया में बढ़ते संक्रमण के बीच लोग बड़ी बेसब्री से कोरोना वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं. मॉडर्ना और फाइजर जैसी बड़ी फार्माँस्युटिकल कंपनियों को उम्मीद है कि कोरोना वायरस की जिस वैक्सीन पर वह काम कर रहे हैं, उसके नतीजे अच्छे ही आने वाले हैं.
लेकिन उसकी कीमत को लेकर आमजनों में चिंता भी देखी जाती है कि ये वैक्सीन आम लोगों को मिल पाएगी या नहीं, इसकी कीमत आम लोगों की पहुंच में रहेगी या नहीं.
इस बीच इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति ने कहा है कि एक बार जब कोरोना वैक्सीन बाजार में उपलब्ध होगी तो देश में हर किसी को वह वैक्सीन मुफ्त लगाई जानी चाहिए, किसी से भी उसके पैसे नहीं लिए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि भले ही कॉर्पोरेट जगत पर टैक्स लगाए जाएं, परंतु आम लोगों को ये वैक्सीन मुफ्त में मिलनी चाहिए. कोरोना संकट के दौरान नारायण मूतिज़् का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है.
इसके बाद नारायण मूर्ति का ये बयान उस समय आया है जब मॉडर्ना और फाइजर कंपनियां दो डोज वाली अपनी दवाएं बाजार में पेश करने वाली हैं. आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो देश की पूरी आबादी का टीकाकरण करने के लिए सरकार को करीब 3 अरब डोज की जरूरत पड़ेगी.
ज्ञात रहे कि हाल ही में संपन्न हुए बिहार चुनाव के दौरान भाजपा ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था, जिसके तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी को कोविड-19 का टीका मुफ्त में उपलब्ध कराने का वादा किया था. नारायण मूर्ति ने ये भी कहा कि जो कंपनियां दवा की लागत का खर्च उठा सकती हैं, उन्हें दवा मुफ्त में बनाकर लोगों को देनी चाहिए और अपनी सामाजिक जिम्मेदारी पूरी करनी चाहिए.
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