कोरोना के कारण विश्वविद्यालय के अन्तर्गत हुए समझौते पर दोबारा पहल शुरू की जाएगी, जिससे छात्र उसके लाभ ले सकेंगे। ज्ञात हो कि लगभग एक वर्ष पहले इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर और ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर के मध्य यहां शिक्षा, अनुसंधान और शोध कार्य की गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए आपसी समझौता किया गया था। समझौते के तहत दोनों विश्वविद्यालयों के शोधार्थी एक दूसरे के यहां जाकर शोध कार्य कर सकेंगे। साथ ही वहां उपलब्ध अधोसंरचनाओं और संसाधनों को उपयोग कर सकेंगे
दोनों विश्वविद्यालय सूचनाओं का आदान-प्रदान भी करेंगे। समझौता ज्ञापन पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति डॉ. एसके पाटील और ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति डॉ. पवन कुमार अग्रवाल ने हस्ताक्षर किए थे। इसे दोबारा नए तरीके से शुरू किया जाएगा। ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित प्रबंध सूचना प्रणाली (एमआइएस) को अपनाने के लिए भी अनुबंध किया गया है।
More Stories
ईसा पूर्व पर भारी पड़े वोट: बिंद्रानवागढ़ में सबसे ज्यादा 81.19% वोट, क्षेत्र में चुनाव में समर्थकों का भारी वोट
पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने डाला वोट, कहा- अटल जीत रही बीजेपी, वल्लभ भाई पटेल के चुनाव में बीजेपी को ही हुआ फायदा
सीजी न्यूज: चुनावी मैदान में…डॉक्टरों ने 10 अधिकारी-कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया