तिरुवल्लुवर एक प्रख्यात तमिल कवि हैं, जिनका जन्मदिन पोंगल त्यौहार के तीसरे दिन मनाया जाता है। इस दिन को मट्टू पोंगल नाम से जाना जाता है। इन्होंने तमिल साहित्य में नीति पर आधारित कृति थिरूकुरल का सृजन किया। यही नहीं तिरुवल्लुवर को दक्षिण भारत का कबीर भी कहा जाता है। भारतीय उपमहाद्वीप (कन्याकुमारी) के दक्षिणी सिरे पर संत तिरुवल्लुवर की 133 फुट लंबी प्रतिमा बनाई गई है जहां अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर मिलते हैं। उनकी ज्ञान भरी बातें और शिक्षा अब एक पुस्तक के रूप में मौजूद है, जिसे ‘थिरुकुरल’ के रूप में जाना जाता है। इसमें कुल 133 अध्याय हैं और हर अध्याय में 10 दोहे हैं।
Nationalism Always Empower People
More Stories
रायपुर समाचार: फॉर्च्यून मेटालिक्स में मजदूर की मौत के 2 महीने बाद दर्ज हुई एफआईआर…अब होगी जांच
ईसा पूर्व पर भारी पड़े वोट: बिंद्रानवागढ़ में सबसे ज्यादा 81.19% वोट, क्षेत्र में चुनाव में समर्थकों का भारी वोट
पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने डाला वोट, कहा- अटल जीत रही बीजेपी, वल्लभ भाई पटेल के चुनाव में बीजेपी को ही हुआ फायदा