धीमी गति से चलती वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रक्रिया में बदलाव किए हैं। इसके तहत कोई भी पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मी जिले में किसी भी सेंटर में जाकर कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें मैसेज आने या अपना नंबर आने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार एक सत्र में 100 लोगों को वैक्सीनेशन के लिए एक दिन पूर्व मोबाइल पर मैसेज भेजा जाता है। इसमें कई लोगों के नंबर बंद होने, बीमार होने समेत अन्य कारणों की वजह कई लोग पहुंच नहीं पा रहे हैं। कुछ लोग अपनी पारी आने का इंतजार कर रहे हैं। इन सबके बीच में कोरोना वैक्सीनेशन शत प्रतिशत नहीं हो पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रक्रिया में थोड़ी ढील दी है। इसमें जिले का स्वास्थ्य कर्मी किसी कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन लगवा सकता है। इसके लिए उसे अब अपने समय का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकृत होने अभी भी कई प्राइवेट अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मियों का नाम आ रहा है। इसमें 232 लोगों का एमएमआइ अस्पताल की तरफ से नाम भेजा गया है। वहीं कुछ अन्य प्राइवेट अस्पताल हैं, जो अपने कर्मियों का नाम भेज रहे हैं।
More Stories
CG News: नशे में धुत ड्राइवर पर अब गैर इरादतन हत्या का केस… धारा 304ए नहीं हुई लागू
राजस्थान में ना हो राजकोट जैसी घटना, सरकार हुई अलर्ट
नेशनल हाईवे पर लूट की नियत से कार पर पत्थरबाजी, एक सवार की हालत गंभीर, दो गिरफ्तार…