हुंडई मोटर इंडिया ने खुलासा किया है कि डिजिटल की (Digital Key) फीचर वाली कारें खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जिसमें हर तीसरा ग्राहक शामिल है। यह तकनीक एक साल से भी कम समय में लोकप्रिय हो गई है, जो इस बात का संकेत है कि भारतीय कार खरीदार उन तकनीकों को अपना रहे हैं जो उनके जीवन को सरल बनाती हैं। अब सुविधा और कनेक्टिविटी को विलासिता नहीं बल्कि दैनिक ड्राइविंग का अभिन्न अंग माना जा रहा है।
यह फीचर पहली बार सितंबर 2024 में अलकाजार के साथ पेश किया गया था, और बाद में 2025 की शुरुआत में क्रेटा इलेक्ट्रिक में भी शामिल किया गया। हुंडई पहले से ही कनेक्टेड कार तकनीक लाने वाली कंपनी रही है, और डिजिटल की भारत में एक तकनीक-आधारित ब्रांड की छवि बनाने में मदद कर रही है। सबसे खास बात यह है कि एक-तिहाई से अधिक उपयोगकर्ता पहले ही इस एक्सेस को अपने परिवार या दोस्तों के साथ साझा कर रहे हैं, जिससे यह साबित होता है कि यह केवल एक नया प्रयोग नहीं है, बल्कि एक उपयोगी फीचर है।
डिजिटल की NFC तकनीक पर आधारित है और हुंडई की ब्लूलिंक ऐप से जुड़ा हुआ है। ग्राहक इसे अपने स्मार्टफोन या स्मार्टवॉच पर सेट कर सकते हैं, या चाहें तो एक अलग NFC कार्ड भी ले सकते हैं। सेटअप हो जाने के बाद, वर्चुअल की दरवाजे के हैंडल पर टैप करके कार को लॉक/अनलॉक कर देती है, और कार को स्टार्ट करने के लिए डिवाइस को वायरलेस चार्जिंग पैड पर रखना होता है। सबसे खास सुविधा यह है कि जरूरत पड़ने पर किसी को भी एक्सेस शेयर या कैंसिल करने का विकल्प मिलता है, जिससे फिजिकल चाबी साथ रखने या खोने की झंझट खत्म हो जाती है।
हुंडई के लिए यह सफलता इस बात का संकेत है कि भारतीय ग्राहक ऐसी डिजिटल सुविधाओं के लिए तैयार हैं, बशर्ते वे आसान और उपयोगी हों। कंपनी आने वाले समय में इस फीचर को और भी मॉडलों में शामिल करेगी ताकि खुद को एक नए दौर की तकनीक उपलब्ध कराने वाले ब्रांड के रूप में अलग पहचान दिला सके। भारत जैसे मूल्य-संवेदनशील बाजार में, हुंडई उम्मीद कर रही है कि ऐसे फीचर ग्राहकों को लंबे समय तक जोड़े रखेंगे, क्योंकि हर तीन में से एक ग्राहक पहले ही इसे अपना चुका है। यह रणनीति कंपनी के लिए फायदेमंद साबित होती दिख रही है।