भारत में वस्तु एवं सेवा कर (GST) को सरल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। राज्य वित्त मंत्रियों के समूह (GoM) ने सुझाव दिया है कि देश में जीएसटी की दरों को फिर से निर्धारित किया जाए। इसके अंतर्गत, आवश्यक और सामान्य वस्तुओं पर टैक्स कम होगा, जबकि लग्जरी कारों पर 40% तक जीएसटी लगाया जाएगा। प्रस्तावित जीएसटी में छोटी कारों को बड़ी राहत मिलने की संभावना है, जिन्हें 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब में रखने का प्रस्ताव है। वर्तमान में, छोटी कारों पर 28 प्रतिशत जीएसटी के साथ 1% सेस भी लगता है, जिससे टैक्स का बोझ काफी बढ़ जाता है। नई व्यवस्था लागू होने पर यह बोझ कम होगा, जिससे ये कारें सस्ती हो सकती हैं। छोटी गाड़ियां वे हैं जिनकी लंबाई 4 मीटर तक हो और इंजन क्षमता 1200 सीसी से कम हो। वहीं, बड़ी कारों और एसयूवी पर सरकार अधिक टैक्स लगाने की योजना बना रही है, जिसके लिए 40 प्रतिशत का विशेष टैक्स लगाया जाएगा। वर्तमान में इन पर 43-50 प्रतिशत टैक्स (GST + सेस) लगता है। इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर पहले की तरह कोई अतिरिक्त बोझ नहीं डाला जाएगा, यानी EVs पर अभी भी केवल 5% जीएसटी ही लागू रहेगा, जो इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने की सरकार की नीति के अनुरूप है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जीएसटी में लगभग 11 प्रतिशत की कटौती होती है, तो छोटी कारों की एक्स-शोरूम कीमत लगभग 12 प्रतिशत से 12.5 प्रतिशत तक कम हो सकती है, जिससे ग्राहकों को एक गाड़ी पर लगभग 20,000 रुपये से 25,000 रुपये तक की राहत मिल सकती है।


