भारत आज अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की: भारत अब अपनी इलेक्ट्रिक बैटरियां खुद बनाएगा। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आने वाला युग इलेक्ट्रिक वाहनों का है और भारत को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना होगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आवश्यक सभी चीजें देश में ही बननी चाहिए।
पीएम मोदी ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 के उद्घाटन के दौरान भी इसी बात पर जोर दिया था। पिछले एक साल में भारतीय ऑटो सेक्टर में लगभग 12% की वृद्धि हुई है। भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा ऑटो मार्केट है और जल्द ही शीर्ष तीन में शामिल होने की उम्मीद है। पिछले एक दशक में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 640 गुना वृद्धि हुई है। वर्तमान में, इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री एक दशक पहले पूरे साल में बिकने वाले वाहनों की संख्या से दोगुनी है। इस दशक के अंत तक, इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या आठ गुना बढ़ सकती है, जिससे इस क्षेत्र में भारी संभावनाएं हैं।
उदाहरण के लिए, देश में बनी Hyundai Creta Electric की बैटरी दक्षिण कोरिया की वाहन निर्माता कंपनी द्वारा बनाई जा रही है। कंपनी अपनी कारों में उपयोग किए जाने वाले 92 प्रतिशत सामान भारत में ही तैयार करती है। कंपनी चेन्नई में स्थित एक फैक्ट्री से ईवी बैटरी पैक लेती है। इस प्लांट से प्रति वर्ष 75,000 बैटरी पैक तैयार किए जाएंगे, जिनका उपयोग हुंडई क्रेटा इलेक्ट्रिक जैसी इलेक्ट्रिक कारों में किया जाएगा। इस प्लांट में लिथियम-निकल-मैंगनीज-कोबाल्ट ऑक्साइड और लिथियम आयरन फॉस्फेट बैटरी हैं।