सुजुकी की पहली ऑल-इलेक्ट्रिक कॉम्पैक्ट एसयूवी, ई-विटारा ने यूरो एनसीएपी की नई क्रैश सेफ्टी टेस्टिंग में भाग लिया और 4-स्टार रेटिंग हासिल की। नतीजों से पता चलता है कि इसमें एक मजबूत सुरक्षा पैकेज है, हालांकि कुछ कमियां भी हैं। फ्रंटल ऑफसेट टेस्ट में, ई-विटारा का पैसेंजर कम्पार्टमेंट स्थिर रहा और सामने बैठे लोगों के घुटनों और जांघों की सुरक्षा को अच्छा आंका गया। साइड इम्पैक्ट टेस्ट में भी सभी बॉडी पार्ट्स के लिए अच्छी सुरक्षा पाई गई।
हालांकि, फुल-विड्थ फ्रंटल टेस्ट में पीछे बैठे यात्रियों के सिर और सीने की सुरक्षा को मध्यम माना गया, क्योंकि टक्कर के दौरान आगे की ओर खिंचाव हुआ। रियर इम्पैक्ट टेस्ट में बेहतर परिणाम मिले। आगे और पीछे की सीटों पर व्हिपलैश सुरक्षा को अच्छा रेट किया गया। एसयूवी में एडवांस्ड ई-कॉल सिस्टम और मल्टी-कॉलीजन ब्रेकिंग भी दी गई है, जो सुरक्षा को बढ़ाते हैं।
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपनी पहली बैटरी इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा का निर्यात शुरू कर दिया है। यह कंपनी की ग्लोबल इलेक्ट्रिक गाड़ियों की योजना में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अगस्त में गुजरात के पिपावाव पोर्ट से पहली खेप रवाना हुई, जिसमें 2,900 से ज्यादा गाड़ियां शामिल थीं। ये गाड़ियाँ 12 यूरोपीय देशों जैसे ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, नॉर्वे और स्वीडन भेजी गईं।
ई-विटारा का उत्पादन मारुति सुजुकी के गुजरात के हंसलपुर प्लांट में किया जा रहा है। यही प्लांट इस मॉडल का ग्लोबल प्रोडक्शन हब होगा। इससे पहले इस कार को इटली के मिलान और नई दिल्ली में हुए भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो जैसे आयोजनों में दिखाया जा चुका है। यह कार सुजुकी के नए हियरटेक्ट-ई इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म पर बनी है।
मारुति सुजुकी इसे भारत में भी लॉन्च करेगी और आने वाले वर्षों में इस मॉडल को 100 से अधिक देशों में निर्यात करने की योजना बना रही है। भारत के लिए इसके पूरे फीचर और स्पेसिफिकेशन अभी घोषित नहीं किए गए हैं, लेकिन कंपनी ने पुष्टि की है कि यह कार डेल्टा, ज़ेटा और अल्फा वेरिएंट में आएगी और एक बार चार्ज करने पर लगभग 500 किमी की रेंज देगी।