महिंद्रा ने स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर एक साथ चार नए एसयूवी कॉन्सेप्ट पेश किए हैं – Vision X, Vision T, Vision S और Vision SXT। कंपनी ने इन मॉडलों को ‘Freedom NU’ नाम के कार्यक्रम में प्रदर्शित किया। ये चारों कॉन्सेप्ट अलग-अलग डिजाइन और सेगमेंट को दर्शाते हैं, लेकिन इनका विकास NU.IQ प्लेटफॉर्म पर किया जाएगा। यह नया प्लेटफॉर्म भविष्य में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए आने वाले विभिन्न सेगमेंट की गाड़ियों में इस्तेमाल किया जाएगा।
Vision T और Vision SXT
महिंद्रा ने इन दोनों कॉन्सेप्ट को पेश करने से पहले कई टीज़र भी जारी किए थे। दोनों ही डिजाइन के मामले में पहले दिखाए गए Thar.e कॉन्सेप्ट से प्रेरित नजर आते हैं। Vision T को क्लासिक बॉक्सी शेप के साथ पेश किया गया है, जो एसयूवी प्रेमियों को पारंपरिक लेकिन दमदार लुक देता है। Vision SXT में पिकअप ट्रक जैसी केबिन स्टाइलिंग है, जिसमें स्पेयर व्हील को डेक पर रखा गया है।
दोनों मॉडलों का डिजाइन काफी मजबूत है, जो ऑफ-रोडिंग और एडवेंचर के लिए तैयार है। हालांकि, जब इनका प्रोडक्शन वर्जन बाजार में आएगा, तो रोजाना के इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए कुछ बदलाव संभव हैं।
Vision S
इस नए कॉन्सेप्ट का डिजाइन सीधी लाइनों और चौकोर शेप पर आधारित है, लेकिन इसके फ्रंट प्रोफाइल को काफी मॉडर्न और स्टाइलिश बनाया गया है। ट्विन पीक्स लोगो के दोनों ओर वर्टिकली सेट की गई एलईडी लाइट्स और L-शेप हेडलाइट्स इसे अलग पहचान देते हैं। ऑफ-रोडिंग को बढ़ाने के लिए इसमें रूफ-माउंटेड लाइट्स, सॉलिड बंपर, साइड प्लास्टिक क्लैडिंग और बड़े व्हील आर्च दिए गए हैं। इसके साथ ही फ्लश डोर हैंडल्स, स्लीक ORVMs और नए अलॉय व्हील डिजाइन इस कार को प्रीमियम टच देते हैं। आने वाले समय में इसके कुछ डिजाइन बोलेरो में भी देखने को मिल सकते हैं।
Vision X
ये कॉन्सेप्ट अपने शार्प और आकर्षक डिजाइन के लिए खास है। इस कार में स्लिम हेडलाइट्स, स्लीक एयर इनटेक और लंबा हुड भी दिया गया है, जो इसे स्पोर्टी लुक देता है। छत का पहला हिस्सा स्लोपिंग डिजाइन में है, जिससे इसमें कूप जैसी झलक आती है। फ्लश टाइप डोर हैंडल्स और ड्यूल टोन रियर बंपर इस कार की फ्यूचरिस्टिक और प्रीमियम अपील को बढ़ाते हैं।
कंपनी का विजन
इन चार कॉन्सेप्ट को लाकर महिंद्रा ने यह साफ कर दिया है कि कंपनी का फोकस सिर्फ घरेलू बाजार ही नहीं, बल्कि ग्लोबल एसयूवी सेगमेंट में भी अपनी पकड़ बना रहा है। अलग-अलग डिजाइन भाषा, सेगमेंट और फीचर के बाद भी एक ही प्लेटफॉर्म पर इन्हें तैयार करना प्रोडक्शन लागत को कम करने और टेक्नोलॉजी शेयरिंग में मदद करेगा।