भारतीय यात्री वाहन बाजार में इन दिनों जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद टैक्स दरों में कमी का सीधा असर ग्राहकों की जेब और ऑटोमोबाइल कंपनियों की बिक्री पर दिखाई दे रहा है। मारुति सुजुकी, हुंडई और महिंद्रा जैसी बड़ी कंपनियों के शोरूम में ग्राहकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, सोमवार और मंगलवार को बुकिंग पिछले कुछ हफ्तों की तुलना में करीब चार गुना तक बढ़ी है।
दरअसल, जीएसटी में बदलाव से पहले सितंबर के शुरुआती हफ्तों में कंपनियों ने जानबूझकर फैक्ट्री से नई गाड़ियां कम भेजी थीं। डीलरों ने भी पुराने स्टॉक को क्लियर करने पर फोकस किया, ताकि टैक्स कटौती के बाद नई कीमतों के हिसाब से बाजार में ताजगी बनी रहे। अब जीएसटी दर घटकर छोटी कारों और 4 मीटर से कम की एसयूवी पर सिर्फ 18 प्रतिशत रह गई है (पहले 28 प्रतिशत टैक्स और सेस देना पड़ता था)। इससे ग्राहकों को लगभग 8.5% से 10% तक का सीधा फायदा हो रहा है।
नवरात्रि और आने वाले त्योहारों ने इस मांग को और बढ़ावा दिया है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के पूर्व अध्यक्ष का कहना है कि नवरात्रि के पहले दिन से ही ग्राहकों का रुझान जबरदस्त रहा है। पिछली साल की तुलना में इस बार बिक्री कम से कम 50 प्रतिशत ज्यादा रहने की उम्मीद है। अगर सप्लाई चेन और फाइनेंसिंग तुरंत पूरी हो जाती है तो यह बिक्री दोगुनी तक हो सकती थी।
मारुति सुजुकी ने बताया कि रोजाना मिलने वाली बुकिंग 10,000 से बढ़कर 15,000 यूनिट्स हर दिन हो गई हैं। नवरात्रि के पहले दिन ही कंपनी ने 30,000 गाड़ियां डिलीवर कीं। टाटा मोटर्स ने भी त्योहारों की शुरुआत में 10,000 गाड़ियों की डिलीवरी की, जिससे साफ है कि जीएसटी कटौती का असर पूरे उद्योग पर दिख रहा है।