फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी बाउंस के साथ हाथ मिलाया है। इस साझेदारी के तहत, स्विगी अपने डिलीवरी बेड़े में इलेक्ट्रिक स्कूटर शामिल करेगा। पहले चरण में, बाउंस अगले तीन महीनों में दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करेगा। ये वाहन बाउंस मोबाइल ऐप और स्विगी के डिलीवरी पार्टनर ऐप दोनों के माध्यम से उपलब्ध होंगे और स्विगी और इंस्टामार्ट डिलीवरी पार्टनर्स के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई कीमतों पर उपलब्ध होंगे।
स्विगी ने कहा कि यह साझेदारी उसके डिलीवरी पार्टनर्स के लिए इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को किफायती और आसानी से सुलभ बनाने के साथ-साथ परिचालन लागत कम करने और हाइपरलोकल डिलीवरी के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए की गई है। बेंगलुरु स्थित कंपनी पहले से ही देश भर में 50 से अधिक ईवी पार्टनर्स के साथ काम कर रही है, ताकि अपने डिलीवरी बेड़े में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को बढ़ावा दिया जा सके। स्विगी ने कहा कि बाउंस के साथ यह साझेदारी इस आपूर्ति को और मजबूत करेगी।
स्विगी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (ड्राइवर और डिलीवरी ऑर्गनाइजेशन) सौरव गोयल ने कहा कि बाउंस के साथ यह साझेदारी हरित और अधिक किफायती डिलीवरी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम आने वाले महीनों में इस सहयोग को देश के कई शहरों में विस्तारित करने की योजना बना रहे हैं।
हाल ही में, स्विगी ने प्लेटफॉर्म शुल्क में वृद्धि की है। अब, प्रत्येक ऑर्डर पर शुल्क 2 रुपये बढ़कर 14 रुपये हो गया है। कंपनी का कहना है कि त्योहारों के दौरान ग्राहकों की संख्या और ऑर्डर में वृद्धि होती है, इसलिए यह कदम उठाया गया है। स्विगी लगातार यह शुल्क बढ़ाता आ रहा है। अप्रैल 2023 में 2 रुपये से बढ़ाकर अगस्त 2025 में 14 रुपये कर दिया गया है। यानि केवल दो वर्षों में शुल्क में 600% की वृद्धि हुई है।
स्विगी प्रतिदिन लगभग 20 लाख ऑर्डर प्रोसेस करता है। मौजूदा 14 रुपये प्लेटफॉर्म शुल्क से, कंपनी प्रतिदिन कई करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई कर रही है। हालाँकि, कंपनी ने अभी तक इस वृद्धि पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इसके अतिरिक्त, नवीनतम वित्तीय परिणामों में, स्विगी ने Q1 FY26 (जून तिमाही) में 1,197 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही (Q1 FY25) के 611 करोड़ रुपये के घाटे से लगभग दोगुना है।