अगस्त 2025 में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की स्थिति मिलीजुली रही। पैसेंजर व्हीकल्स (PV) सेगमेंट में सुस्ती देखी गई, जबकि टू-व्हीलर कंपनियों ने स्थिर वृद्धि दर्ज की। ओणम, रक्षाबंधन और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों ने खुदरा बिक्री को सहारा दिया, लेकिन डिस्पैच स्तर पर बड़ी बढ़ोतरी नहीं हुई।
जीएसटी में संभावित कटौती की उम्मीद में ग्राहकों ने खरीदारी टाल दी, जिससे डीलर भी ज्यादा स्टॉक लेने से हिचकिचाए। छोटे और टू-व्हीलर्स पर 28 प्रतिशत और बड़ी कारों पर 43 से 50 प्रतिशत तक जीएसटी लगता है। टैक्स दरों में बदलाव की संभावना से बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना रहा।
टू-व्हीलर सेगमेंट ने सालाना आधार पर अच्छा प्रदर्शन किया। ओणम से लेकर नवरात्र और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों ने मांग को मजबूत किया। विशेषज्ञों का मानना है कि टैक्स कटौती का फायदा चार पहिया वाहनों को ज्यादा मिलेगा, जिससे मांग में 5 से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।
हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री में मोटरसाइकिलों का बड़ा योगदान रहा, जिसकी 5,01,523 यूनिट्स बिकीं, जो अगस्त 2024 की 4,78,215 यूनिट्स से 4.87 प्रतिशत ज्यादा है। स्कूटर सेगमेंट में कंपनी ने 52,204 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले साल की 34,145 यूनिट्स से 52.89 प्रतिशत ज्यादा है।
टीवीएस ने ईवी में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है। अगस्त 2025 में कंपनी ने कुल 25,138 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बेचे, जो पिछले साल अगस्त की तुलना में ज्यादा हैं।
पीवी मार्केट में एसयूवी सेगमेंट का दबदबा जारी रहा, जिसकी कुल बिक्री में हिस्सेदारी लगभग 65-66 प्रतिशत रही। हालांकि, टॉप 4 वाहन निर्माताओं की अगस्त डिलीवरी पिछले साल की तुलना में घटी। अनुमान है कि घरेलू पीवी डिस्पैच लगभग 3.3 लाख यूनिट्स रहा, जो पिछले साल के 3.5 लाख यूनिट्स से करीब 7% कम है।
मारुति सुजुकी के पास लगभग 1.5 लाख यूनिट्स का पेंडिंग ऑर्डर है और डीलर नेटवर्क में लगभग 50 दिन का स्टॉक मौजूद है। मिनी कारों की बिक्री 36 प्रतिशत घटी, जबकि कॉम्पैक्ट कारों में मामूली वृद्धि हुई। एसयूवी सेगमेंट में 14 प्रतिशत की गिरावट आई।