एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (AMMA) की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में श्वेता मेनन ने मलयालम फिल्म उद्योग में व्याप्त यौन उत्पीड़न, लैंगिक असमानता और कास्टिंग काउच जैसी प्रथाओं पर प्रकाश डालते हुए, अभिनेता दिलीप से जुड़े हाई-प्रोफाइल अभिनेत्री उत्पीड़न मामले पर पहली बार अपनी बात रखी। उन्होंने पीड़िता से AMMA में लौटने का आग्रह किया है।
यह ऐतिहासिक बदलाव न्यायमूर्ति हेमा आयोग की रिपोर्ट के बाद आया है, जिसने मलयालम फिल्म उद्योग (मॉलवुड) में व्याप्त इन समस्याओं को उजागर किया था। श्वेता मेनन ने मामले को ‘बहुत गंभीर’ बताया और अदालत के फैसले का बेसब्री से इंतजार करने की बात कही। उन्होंने पीड़िता से AMMA में लौटने का आग्रह करते हुए कहा, ‘पीड़िता को AMMA में वापस आना चाहिए। हम सब उसके साथ हैं। अन्य लोगों को भी वापस आना चाहिए। ज्यादातर मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है।’ फरवरी 2017 में, एक प्रमुख मलयालम फिल्म अभिनेत्री ने आरोप लगाया था कि फिल्म की शूटिंग के बाद घर लौटते समय उसका अपहरण कर लिया गया और एक चलती वैन में यौन उत्पीड़न किया गया। बाद में, केरल के सबसे लोकप्रिय अभिनेता दिलीप को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, जो अभी भी जारी है।