अर्जुन कपूर ने 2012 में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। पहले फिल्मों में सहायक निर्माता और सहायक निर्देशक के रूप में काम करने वाले अर्जुन ने 2012 में फिल्म ‘इशकजादे’ से बतौर हीरो अपनी शुरुआत की। तब से लेकर अब तक अर्जुन कपूर बॉलीवुड में काम कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें वह सफलता और लोकप्रियता हासिल नहीं हुई जो उनके पिता बोनी कपूर और चाचा अनिल कपूर को मिली।
फिल्मी परिवार में जन्मे अर्जुन कपूर ने भले ही बॉलीवुड में करियर बनाने का फैसला किया था, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए। जहां पिता और चाचा बॉलीवुड के दिग्गजों में गिने जाते हैं, वहीं उनकी सौतेली मां और दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी को बॉलीवुड की पहली महिला सुपरस्टार कहा जाता था। उन्होंने अपने करियर में करीब 300 फिल्मों में काम किया था। लेकिन, अर्जुन के कभी भी श्रीदेवी के साथ रिश्ते सामान्य नहीं रहे। वह अपनी सौतेली मां से नफरत करते थे।
बोनी कपूर ने दो शादियां की थीं। उनकी पहली शादी 1983 में मोना शौरी कपूर से हुई थी। दोनों के दो बच्चे थे – अर्जुन कपूर और बेटी अंशुला कपूर। बाद में बोनी कपूर, श्रीदेवी के करीब आने लगे और उन्होंने श्रीदेवी के लिए मोना से तलाक ले लिया। 1996 में दोनों का तलाक हुआ और इसी साल बोनी ने श्रीदेवी से दूसरी शादी कर ली।
अर्जुन ने श्रीदेवी को अपने पिता बोनी और मां मोना के बीच आने की वजह से हमेशा उनसे नफरत की। माता-पिता के तलाक के बाद अर्जुन डिप्रेशन में चले गए और उन्होंने बहुत ज्यादा खाना शुरू कर दिया, जिससे उनका वजन कई किलो बढ़ गया। उन्होंने हमेशा श्रीदेवी को अपने माता-पिता के तलाक का कारण माना।
अर्जुन ने कभी भी श्रीदेवी को मां के रूप में स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा था कि श्रीदेवी उनके लिए केवल उनके पिता की पत्नी थीं। लेकिन, 2018 में जब श्रीदेवी का निधन हुआ, तो अर्जुन ने उनकी बेटियों जान्हवी कपूर और खुशी कपूर को संभाला और बड़े भाई का फर्ज निभाया। अर्जुन सारे गिले-शिकवे भूलकर श्रीदेवी के अंतिम संस्कार और उनकी अंतिम विदाई में शामिल हुए।