बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर हुई फायरिंग से उनका परिवार सदमे में है। शुक्रवार सुबह, दो बाइक सवार व्यक्तियों ने एक्ट्रेस के घर पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया। हालांकि, इस फायरिंग में किसी के भी घायल होने की खबर नहीं है। खबरों के अनुसार, दिशा की बहन और पूर्व सेना अधिकारी खुशबू पाटनी पर संत प्रेमानंद जी महाराज और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज का अपमान करने का आरोप है। सोशल मीडिया पर गैंगस्टर रोहित गोदरा ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है।
हालांकि, दिशा पाटनी और खुशबू के पिता जगदीश पाटनी ने बेटी पर लगे आरोपों को गलत बताया है और अपने घर पर हुई फायरिंग की आंखों देखी घटना का वर्णन किया है। इस घटना में किसी को भी गोली लगने की खबर नहीं है। लेकिन, दिशा के पिता ने अब टीवी9 से बात करते हुए बड़ा खुलासा किया है। जगदीश पाटनी ने बताया कि इस घटना में उनकी जान तक पर बन आई थी और बदमाशों ने उन पर पिस्टल तान दी थी, लेकिन वह बचने में कामयाब रहे।
जगदीश पाटनी ने बताया कि जब उनके घर पर फायरिंग हुई थी, तो वह घर पर ही थे। उन्होंने कहा, “दो अज्ञात व्यक्ति आए थे और उस वक्त मेरे कुत्तों ने मुझे अलर्ट कर दिया था। जब भी कोई अनजान व्यक्ति आता है तो कुत्ते अलर्ट कर देते हैं, वे बहुत जोर से भौंकते हैं। इस वजह से हमें पता चला कि कुछ न कुछ तो है।”
जगदीश ने आगे बताया, “जैसे ही मैंने दरवाजा खोलकर छत पर आने की कोशिश की, तो 2 लोग सामने खड़े थे। मैंने उनसे पूछा आप कौन हैं? इतना कहते ही उन्होंने मेरी तरफ गन कर दी। तुरंत मैंने अपने आप को दीवार की आड़ में छिपा लिया। मुझे लगता है उनके पास विदेशी पिस्टल थी। 10 से 12 राउंड फायर हुए। उसके बाद वे अपनी गाड़ी स्टार्ट करके भाग गए। इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी।”
घटना की जिम्मेदारी गोदरा गैंग द्वारा लेने पर दिशा के पिता ने कहा, “गैंग के बारे में तो मैं नहीं कह सकता। आजकल तो मीडिया में कोई कुछ भी कर सकता है। कहीं पर भी कुछ भी फेक चीजें कर सकते हैं। जब पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचेगी तभी कुछ बता पाएंगे।”
टीवी9 के पत्रकार ने जगदीश से उनकी बड़ी बेटी खुशबू द्वारा प्रेमानंद महाराज और अनिरुद्धाचार्य महाराज के अपमान पर सवाल किया, तो जगदीश ने बताया, “जब अनिरुद्धाचार्य जी ने महिलाओं को लेकर टिप्पणी की थी, तो उसने (खुशबू) एक महिला होने के नाते कहा था कि आप कैसे महिलाओं को लेकर ये कह सकते हैं कि वे 25 साल की उम्र में मुंह मार के आएंगी। बस इतनी सी बात थी और उसी बात को प्रेमानंद जी से जोड़ दिया गया। ये हमें बदनाम करने की साजिश है।”
जगदीश पाटनी ने बताया कि पुलिस का सहयोग बहुत मिल रहा है और उनके सहयोग से ही वह सबके सामने आ पा रहे हैं। दहशत तो निश्चित तौर पर होती है, लेकिन दहशत कब तक रखेंगे? उन्होंने बताया कि उन्होंने पुलिस में 35 से 40 साल की नौकरी की है, और उनकी बेटी आर्मी से लौटी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए कहा कि इस तरह की घटना दोबारा यहां ना हो। उन्होंने अपराधियों को चुन-चुनकर पकड़ने और कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया।