मोहम्मद रफ़ी देशभक्ति गीतों की सूची: भारत को आज़ाद हुए 79 साल हो रहे हैं। यह खुशी का मौका है। देश को लंबे संघर्ष और लाखों जवानों के बलिदान के बाद आज़ादी मिली। यह एक ऐसा दिन है जब देश का हर नागरिक अपने वतन पर नाज़ करता है और इस दिन को जश्न के तौर पर मनाता है। बॉलीवुड में कई सारी फ़िल्में देशभक्ति पर बनी हैं। इन फ़िल्मों में देशभक्ति की भावना से जुड़े इतने सारे गीत हैं जो आपके मन में उत्साह ला देंगे। देश के दिग्गज सिंगर मोहम्मद रफ़ी ने अपने करियर के दौरान हर तरह के गाने गाए हैं। उन्होंने देशभक्ति से जुड़े भी एक से बढ़कर एक गीत गाए हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम आपके लिए लाए हैं रफ़ी साहब के 5 ऐसे देशभक्ति गीत जो आपकी रगों में खून दौड़ा देंगे।
कर चले हम फ़िदा
यह गीत साल 1964 में आई फ़िल्म हक़ीक़त का था। इसे धर्मेंद्र और विजय आनंद पर फ़ीचर किया गया था जिसे रफ़ी साहब ने बड़े दिल से गाया था। आज भी इस गाने की पॉपुलैरिटी वैसी ही बरक़रार है। इसके बोल कैफ़ी आज़मी ने लिखे थे और इस खूबसूरत गाने का संगीत मदन मोहन जी ने दिया था।
ये देश है वीर जवानों का
वैसे तो यह गाना 68 साल पहले आई दिलीप कुमार और अजीत की फ़िल्म नया दौर का है लेकिन आज भी यह गाना उतना ही नया लगता है और युवा पीढ़ी को जोश से भी भर देता है। इस गाने की खास बात यह है कि इसे रफ़ी साहब के साथ बलबीर ने मिलकर गाया था। शाबिर लुधियानवी ने इसके बोल लिखे थे और ओपी नय्यर ने इसका संगीत दिया था।
जहां डाल डाल पर
मोहम्मद रफ़ी ने फ़िल्मों के इतर भी कुछ गाने गाए थे जिसमें एक गाना यह भी था। जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, वह भारत देश है मेरा। इस गाने को सुनते ही हर देशवासी इमोशनल हो जाता है। राजेंद्र कृष्णन ने इस गीत को लिखा था और हंसराज बहल ने इस गाने का संगीत दिया था।
हम लाए हैं तूफ़ान से कश्ती
रफ़ी साहब ने यह गाना 1954 में आई जागृति फ़िल्म का था। जब भी आप इस गाने को सुनेंगे तो आपको अपना बचपन ज़रूर याद आ जाएगा। गाने को रफ़ी साहब ने बड़ी मधुरता से गाया था। इसके शानदार बोल लिखे थे कवि प्रदीप ने और इसका संगीत दिग्गज गायक और म्यूज़िशियन हेमंत कुमार ने दिया था।
ताक़त वतन की हमसे है
देव आनंद की फ़िल्म प्रेम पुजारी का यह गाना भला कौन भूल सकता है। इस गाने को मोहम्मद रफ़ी और मन्ना डे ने साथ मिलकर गाया था। उस समय यह सबसे एनर्जेटिक गानों में से एक माना जाता था और आज भी इसका कोई तोड़ नहीं है। इस गीत को गोपाल दास नीरज जी ने लिखा था और इसका संगीत एस डी बर्मन ने दिया था।
इन 5 गानों के अलावा भी मोहम्मद रफ़ी ने देशभक्ति से जुड़े कई सारे गाने गाए जो आज भी लोगों की ज़ुबान पर आ ही जाते हैं। इसमें लीडर फ़िल्म का गाना अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं, जुर्म और सज़ा का गाना मेरे देश में पवन चले पुर्वाई, फूल बने अंगारे का गीत वतन पर जो फ़िदा होगा समेत कई और सॉन्ग्स शामिल हैं। आज भी देशभक्ति के गीत बनते हैं। लेकिन बॉलीवुड के गोल्डन एरा के देशभक्ति के गानों को सुन इंसान सुनहरी यादों के सफ़र पर तो जाता ही है साथ ही देश के प्रति भावुक हुए बिना भी नहीं रह पाता है।