दिल्ली में आयोजित 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह कई मायनों में यादगार रहा, जिसमें कई तस्वीरें भारत की विविधता को दर्शाती हैं। मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल और हिंदी सिनेमा के बादशाह शाहरुख खान एक ही फ्रेम में नज़र आए, साथ में रानी मुखर्जी और विक्रांत मैसी भी मौजूद थे। मोहनलाल और शाहरुख की उपस्थिति ‘भारतम्’ का एक अनोखा दृश्य प्रस्तुत कर रही थी। मोहनलाल की फिल्में ‘दृश्यम’ और ‘भारतम’ काफी प्रसिद्ध हैं।
‘दृश्यम’ के हिंदी रीमेक में अजय देवगन ने काम किया था, जिसने सस्पेंस थ्रिलर के अंदाज़ को पेश किया था। समारोह में शाहरुख खान भी अपनी उपस्थिति से चमक बिखेर रहे थे, जबकि विक्रांत मैसी भविष्य की नई उम्मीद बनकर सामने आए।
जब शाहरुख खान को 33 साल के फिल्मी सफर के बाद पहली बार बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला, तो मोहनलाल ने तालियाँ बजाईं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड दिया, तो शाहरुख खान की आँखों में चमक थी।
दोनों दिग्गजों ने एक-दूसरे को गले लगाया और बधाई दी। विक्रांत के लिए भी यह एक यादगार पल था। मोहनलाल और शाहरुख खान के बीच उम्र का ज्यादा फासला नहीं है, दोनों एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं। दोनों के अंदर एक युवा कलाकार बसता है, जो एक-दूसरे को फॉलो करते हैं।
दो साल पहले एक अवॉर्ड समारोह में मोहनलाल ने शाहरुख की फिल्म ‘जवान’ के गाने पर डांस किया था, जिसे शाहरुख ने सराहा। समारोहों में पैर छूकर प्रणाम करने की परंपरा रही है, जिसे फिल्म इंडस्ट्री में देखा जाता है।
इस साल के नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में भारतीय सिनेमा के बदलते मिजाज को दर्शाया गया, जो देश को एक सूत्र में जोड़ता है। मोहनलाल और शाहरुख खान का मिलन उत्तर और दक्षिण का मिलन नहीं, बल्कि मनोरंजन उद्योग की परंपरा का प्रतीक है। इस बार की फिल्मों में लोकप्रिय हिंदी फिल्मों को महत्व दिया गया, साथ ही ’12वीं फेल’ और ‘कटहल’ जैसी प्रेरणादायक फिल्में भी शामिल थीं।