एक्टिंग की दुनिया में, अभिनेताओं को अक्सर गंजे अवतार में देखा जाता है, लेकिन अभिनेत्रियों के लिए ऐसा करना कम ही देखने को मिलता है। निया शर्मा ने पहली बार टीवी पर यह साहस दिखाया, जब वह गंजे लुक में नजर आईं। हालाँकि, उन्होंने अपने बालों का त्याग नहीं किया था, बल्कि उन्हें इस तरह से प्रस्तुत किया गया था कि ऐसा लगे कि उन्होंने सीरियल के लिए अपने बाल दान कर दिए हैं। उनका यह लुक सीरियल के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ। उस सीरियल का नाम ‘एक हजारों में मेरी बहना है’ था।
निया शर्मा, जिनका जन्म 17 सितंबर 1990 को दिल्ली में हुआ था, आज 35वां जन्मदिन मना रही हैं। उन्होंने 2010 में ‘काली-एक अग्निपरीक्षा’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। इसके बाद वह ‘बहनें’ सीरियल में भी दिखाई दीं, लेकिन निया को घर-घर में पहचान ‘एक हजारों में मेरी बहना है’ से मिली। खासकर जब उन्होंने गंजा लुक अपनाया तो लोग हैरान रह गए, और यह लुक सीरियल की कहानी के अनुसार था।
2011 में, ‘एक हजारों में मेरी बहना है’ सीरियल शुरू हुआ जो 2013 तक स्टार प्लस पर प्रसारित हुआ। इसमें दो बहनों की कहानी दिखाई गई, जिसमें निया शर्मा और क्रिस्टल डिसूजा मुख्य भूमिका में थीं, जबकि उनके विपरीत करण ठक्कर और कुशाल टंडन थे। निया ने मानवी चौधरी का किरदार निभाया, जिन्हें कुछ एपिसोड में कैंसर से पीड़ित दिखाया गया और वह गंजे लुक में आ गईं। खबरों के अनुसार, निया ने अपने बाल नहीं कटवाए थे, बल्कि मेकअप के जरिए यह लुक अपनाया था।
निया ने लगभग 4 महीने तक हेयर स्किन ट्रीटमेंट लिया था और इसकी वजह से बाद में उन्हें डार्क सर्कल जैसी कई समस्याएं भी हुईं, लेकिन उस लुक ने निया को काफी लोकप्रिय बना दिया। निया के बाद जेनिफर विंगेट, पूजा कंवल, रिंकू करमारकर और कृतिका देसाई जैसी अभिनेत्रियों ने भी अपने-अपने सीरियल के लिए गंजे लुक का प्रयोग किया जो काफी चर्चा में रहा।
‘एक हजारों में मेरी बहना है’ के बाद, निया ने ‘जमाई राजा’, ‘जमाई राजा 2.O’, ‘नागिन’, ‘इश्क में मरजावां’ और ‘ट्विस्टेड’ जैसे सीरियल किए। निया ‘खतरों के खिलाड़ी’, ‘झलक दिखला जा 10’ और ‘लाफ्टर शेफ्स’ जैसे रियलिटी शो में भी दिखाई दीं।